एकला बंधे के आसपास रहने वाले लोगों को अब कचड़े की सड़न से परेशान नहीं होना पड़ेगा इसको लेकर नगर निगम ने एक निजी फर्म से करार किया
गोरखपुर,(दिनेश चंद्र मिश्र) गोरखपुर में एकला बंधे के आसपास रहने वाले लोगों को अब कचड़े की सड़न से परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसको लेकर नगर निगम ने एक निजी फर्म से करार किया है। अनुबंधित फर्म अब लिगेसी वेस्ट का ट्रीटमेंट कर उसे साइंटिफिक लैंडफिल टेक्निक से निस्तारित करेगी। जिसमें गीले कचरे को सूखे कचरे अलग कर हानिकारक फैक्टर्स को डिस्पोज किया जा सकेगा। स्थानीय नागरिकों के लगातार विरोध के चलते नगर निगम ने यह कदम उठाया है। वहीं इस पहल को पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके लिए नगर निगम और इकोस्टार इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड फर्म के बीच करार किया गया है। अनुबंधित फर्म ने काम भी शुरू कर दिया है।
नगर निगम के अनुबंधित फर्म इकोस्टार इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड साइंटिफिक लैंडफिल टेक्निक से जेसीबी मशीनों का उपयोग कर पुराने कचरे को निकाल रही है। फिर उस कचरे को सुखाया जा रहा है। अंत में आधुनिक मशीनों से कूड़े की छटनी कर सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग निस्तारित किया जा रहा है। इसमें पॉलिथीन कपड़े और अन्य हार्मफुल ऐलीमेंट्स को तुरंत डिस्पोज कर मिट्टी को वहीं गिराकर गढ्ढों को पाटा जा रहा है। पूरे क्षेत्र की सफाई के बाद वहां हरियाली विकसित करने के लिए पौधे भी लगाए जा रहे हैं। ताकि आसपास के लोगों को सड़े कचरे से मुक्ति मिल सके।
वहीं अपर नगर आयुक्त निरंकार सिंह ने शहरवासियों से अपील की है कि वह अपने गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग करके रखें। ताकि लिगेसी वेस्ट न बनने पाए। और कचरे का जल्द डिस्पोजल किया जा सके।