स्वच्छता के जश्न में जुटेंगे प्रतिष्ठित संस्थान और देश के जवान
नयी दिल्ली, 30 सितम्बर (वार्ता) देश भर में प्रतिष्ठित संस्थान, धार्मिक संगठन सशस्त्र बलों के जवान, स्कूली बच्चों से लेकर कॉलेज छात्र और तमाम मशहूर हस्तियां रविवार को स्वच्छता पखवाड़े के तहत स्वच्छता दिवस पर जनमानस का नेतृत्व करेंगे।
इस मौके पर स्वच्छता अभियानों में 12 राज्यों के मुख्यमंत्री, नौ राज्यपाल और उपराज्यपाल सफाई अभियानों का हिस्सा बनेंगे।
स्वच्छता दिवस शहरों में महासफाई अभियान चलाया जायेगा जिसके अंतर्गत विभिन्न ऐतिहासिक संग्रहालयों, स्मारकों और किलों की सफाई की जाएगी। सशस्त्र बलों के जवान भी स्वच्छता मिशन का प्रतिनिधित्व करेंगे, जिसमें केन्द्रीय पुलिस बलों और असम राइफल्स के जवान भी शामिल होंगे। इस्कॉन मंदिर संघ स्वच्छता अभियान के लिए मंदिर की सफाई की जिम्मेदारी संभालेगा और धार्मिक स्थलों के आसपास के क्षेत्रों को गोद ले रहा है। रामकृष्ण मठ श्रमदान के लिए कई क्षेत्रों को गोद ले चुका है।
पर्वतारोही प्रदीप सांगवान का हीलिंग हिमालय संगठन उत्तराखंड में हिमालय पथ को साफ करने के लिए आगे आया है। स्कूलों और कॉलेजों में स्वच्छता अभियान के हिस्से के रूप में माता अमृतानंदमयी का अम्मा फाउंडेशन देश भर में स्वच्छता के लिए श्रमदान करेगा। अपने-अपने शहरों में खेल और कला क्षेत्र से जुड़ी नामी हस्तियां सफाई अभियानों का प्रतिनिधित्व करेंगी, जिनमें ओलंपियन पीवी सिंधू, विशाखापत्तनम में कर्नम मल्लेश्वरी और पद्मश्री सुदर्शन पटनायक आदि शामिल होंगे। अन्य प्रतिष्ठित संगठन जैसे फिक्की, सीआईआई, क्रेडाई, विभिन्न एनजीओ जैसे श्री सत्य साईं लोक सेवा, लायंस क्लब, रोटरी क्लब, यूनिसेफ, आगा खान फाउंडेशन, रामकृष्ण मिशन आदि भी इस स्वच्छता मिशन में शामिल होंगे। स्वच्छता पखवाड़े में अब तक 8 लाख से ज्यादा आयोजन हो चुके हैं और भागीदारी की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर वर्ष 2014 में शुरू हुआ स्वच्छ भारत मिशन हर साल स्वच्छता के स्तर को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है। पहली बार दो अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के दिन मनाए गए स्वच्छ भारत दिवस ने पूरे देश को एक सूत्र में पिरोने का अनूठा संदेश दिया था। इसके बाद से साल दर साल यह अभियान जनभागीदारी के मामले में मिसाल कायम करता आ रहा है। इतना ही नहीं, अब यह स्वच्छता मिशन किसी एक दिन तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि पूरे साल नियमित अंतराल पर स्वच्छता की दिशा में परिवर्तनकारी कदम बढ़ाए जा रहे हैं। इन उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए अब हर साल श्री मोदी के जन्मदिन के साथ ‘स्वच्छता पखवाड़ा – स्वच्छता ही सेवा’ मनाया जा रहा है।