चार माह का वेतन बकाया होने पर इलेक्ट्रिक सिटी बसों के परिचालकों ने हड़ताल किया,खाते में दो माह का वेतन आने के बाद हड़ताल समाप्त हुआ
गोरखपुर,(दिनेश चंद्र मिश्र) महानगर की इलेक्ट्रिक सिटी बसों के परिचालकों ने चार माह का वेतन बकाया होने के कारण मंगलवार की सुबह से हड़ताल कर दी। परिचालकों ने बसों को खड़ा कराकर महेसरा स्थित इलेक्ट्रिक बस डिपो पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
परिचालकों के आंदोलन को उग्र होता देख इलेक्ट्रिक बस संचालन समिति की मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीके तिवारी इलेक्ट्रिक बस डिपो पहुंच गए और परिचालकों को मनाने की कोशिश करने लगे, लेकिन परिचालक इस बात पर अड़े थे कि जबतक उनको वेतन नहीं मिलेगा तबतक बसों का संचालन शुरू नहीं होने देंगे।
जब मुख्य कार्यपालक अधिकारी के साथ वार्ता विफल रही तो परिचालक अपनी बात रखने के लिए गोरखनाथ मंदिर पहुंच गए, लेकिन उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। इसके बाद परिचालक पैदल ही डीएम कार्यालय पहुंच गए, जहां एडीएम सिटी से मिलकर उन्होंने अपनी बात रखी।इसके बाद एडीएम ने परिचालकों को नौकरी देने वाली निजी फर्म से वार्ता की, जिसके बाद परिचालकों के खाते में दो माह का वेतन आया। वेतन आने के बाद करीब दो बजे परिचालकों को हड़ताल समाप्त हुआ और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन फिर से शुरू हो सका।
इलेक्ट्रिक बसों के पहिए थमने से इससे यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानियों से जूझना पड़ा।
सिटी बसों का संचालन करने वाले चालकों का आरोप है कि बीते चार महीने से उनके वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। ऐसे में उनके घर खर्च से लेकर मकान का किराया देने तक के लाले पड़ गए हैं। उन्होंने बताया कि माली हालत इस कदर खस्ता हो गई है कि डिपो तक आने-जाने का किराया भी नहीं बच रहा है। ऐसे में आगे काम कर पाना मुश्किल है।