मंदिर की छत से पानी रिसाव की सूचना भ्रामक – नृपेन्द्र मिश्रा
अयोध्या, 25 जून (वार्ता) श्रीरामजन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास के मंदिर की छत से पानी टपकने संबंधी बयान को खारिज कर दिया।
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने कहा “ मंदिर परिसर में पानी लीकेज की समस्या नहीं है। मैनें स्वयं जाकर निरीक्षण किया था। निर्माणाधीन मण्डल की छत द्वितीय मंजिल पर जाकर पूरी होगी। निर्माणाधीन मण्डल जब बनकर तैयार हो जायेगा तो पानी का जो बौछार आता है वह नहीं आयेगा।”
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिये पूर्ण मण्डल की छत लगाया गया है। अस्थायी निर्माण करके पानी और धूप न हो इसके लिये व्यवस्था किया गया है। उन्होंने कहा कि भ्रम पैदा किया गया है जबकि वहां कोई लीकेज नहीं है। बिजली की अंडर ग्राउंड वायरिंग में तार डालना है। पाइप के जरिये नीचे सीवेज में आया पानी निर्माण में किसी भी तरीके की कोई कमी नहीं है। राम मंदिर का उच्चतम स्तर का निर्माण कार्य हो रहा है।
नृपेन्द्र मिश्रा ने कहा कि समय-समय पर सीवीआरआई से निर्माण कार्य की जांच करायी जाती है। यह जांच रुडक़ी सीबीआरआई हर माह में दो बार करता है और उनके वरिष्ठ अभियन्ता निर्माण कार्य को देख कर संतुष्ट होकर प्रमाण पत्र देते हैं।
गर्भगृह में जल निकासी समस्या को लेकर भी अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्भगृह में भगवान के स्नान और श्रृंगार का भी होता है। साधु-संतों को मिलाकर भगवान के स्नान व श्रृंगार के जल को एक कुण्ड में एकत्रित श्रद्धालुओं को उनकी मांग के अनुरूप कराया जाता है। उन्होंने बताया कि मंदिर के मण्डप, दाये और बायें तरफ का पोर्शन खुला हुआ है। संभव है कि तेज बारिश में मण्डप में पानी का छींटा आ गया होगा जिसके कारण मंदिर परिसर में हलकी छींटे की बौछार आयी हुई थी।
उन्होंने कहा कि ऊपर से टपकने के लिये मंदिर परिसर में कोई संभावना नहीं है।
गौरतलब है कि श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के मुख्य पुजारी ने अपने एक बयान में कहा था कि गर्भगृह के बाहर जहां पर श्रद्धालु दर्शन करते हैं वहां पर अभी हाल में हुए भयंकर बारिश से पानी टपक रहा था। उन्होंने इसे जांच के लिये भी कहा था।