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एयर इंडिया, विस्तारा का विलय करेगा टाटा समूह

मुंबई, टाटा सन्स और सिंगापुर एयरलाइन्स (एसआईए) ने मंगलवार को विस्तारा एयरलाइन्स का एयर इंडिया में विलय करने की घोषणा की। यह निर्णय टाटा समूह द्वारा अपने एयरलाइन कारोबार के पुनर्गठन की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

कंपनियों ने एक बयान में कहा कि यह विलय प्रक्रिया नियामक की मंजूरी मिलने के बाद मार्च 2024 तक पूरी कर ली जाएगी। इस सौदे के अंतर्गत एसआईए एयर इंडिया में 2,059 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और 25.1 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी बाकी 74.9 प्रतिशत शेयर टाटा संस के पास होंगे।

इस विलय से एयर इंडिया के बेड़े में विमानों की संख्या 218 हो जाएगी और यह देश की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा देने वाली कंपनी और घरेलू मार्ग पर इंडिगो के बाद दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी बन जाएगी।

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा,“ एयर इंडिया को सच्चे रूप में एक विश्व स्तरीय एयरलाइन बनाने की यात्रा ने विस्तारा का एयर इंडिया में यह विलय एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। ”

उन्होंने कहा, “ हम, सिंगापुर एयरलाइन्स का धन्यवाद करते हैं कि वह हमारे साथ अपनी भागीदारी बनाए हुए हैं। इस विलय से एयर इंडिया एक मजबूत एयरलाइन बनकर उभरेगी और घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर संपूर्ण एवं किफायती दोनों तरह की सेवाएं प्रदान करेगी। ”

एसआईए के मुख्य अधिशासी अधिकारी (सीईओ) गोह चून फोंग ने कहा, “ टाटा संस भारत के सबसे मजबूत और सम्मानित नामों में एक है। हमने मिलकर 2013 में विस्तारा की स्थापना की थी और वह थोड़े ही समय में देश की पूर्ण सेवा देने वाली एक प्रमुख एयरलाइन बन गयी। इस विलय से हमें टाटा के साथ संबंधों को और गहरा बनाने तथा भारत के विमानन बाजार में वृद्धि के एक नए रोमांचक दौर में सीधे भाग लेने का अवसर प्रदान करता है। हम एयर इंडिया के कायाकल्प के कार्यक्रम की मिलकर मदद करेंगे और दुनिया की एक प्रमुख एयरलाइन का अपना स्थान फिर हासिल करने में इसकी मदद करेंगे। ”

टाटा संस ने इस वर्ष 27 जनवरी को एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था। विस्तारा में टाटा संस की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत और एसआईए की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत है।

Chauri Chaura Times

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