आंगनबाड़ी केंद्रों के विकास और कुपोषण को समाप्त करने को लेकर हुई मंडलीय गोष्ठी
गोरखपुर, बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में पोषण एवं शाला पूर्व शिक्षा को लेकर मंडलीय गोष्ठी का आयोजन किया गया. मण्डल के चारों जनपदो के सभी मुख्य विकास अधिकारी, संयुक्त विकास आयुक्त ने दीप प्रज्वलन कर गोष्ठी का शुभारंभ किया.
स्वागत उद्बोधन ज़िला कार्यक्रम अधिकारी गोरखपुर डॉक्टर अभिनव मिश्रा ने दिया. कार्यक्रम में स्वास्थ्य, शिक्षा और पंचायती राज के न सिर्फ़ मण्डलस्तरीय अधिकारीगण थे बल्कि, सभी डीपीआरओ, बीएसए, बीडियो, एडीओ पंचायत, सीडीपीओ, सभी खंड शिक्षा अधिकारी ,एक्सएन आदि उपस्थित थे.
गोष्ठी में आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण, केंद्रों पर अवसंरचनात्मक विकास में कन्वर्जेंस विभागों की भूमिका की समीक्षा की गई. शाला पूर्व शिक्षा को गति देने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी और सीडीपीओ के आपसी समन्वय पर जोर दिया गया.
कार्यक्रम में कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य प्रबंधन में बाल विकास के साथ स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय पर ज़ोर दिया.
हॉट कुक्ड मील के संचालन में बेसिक शिक्षा विभाग और पंचायती राज के योगदान पर चर्चा की गई.
ज़िला कार्यक्रम अधिकारी गोरखपुर अभिनव मिश्रा ने जनपद में हुए नवाचारों पर ज़ोर देते हुए बताया कि “गोरखपुर पोषण संवाद अभियान”, “मिशन खिलखिलाहट” , “मिशन स्पर्धा” के अंतर्गत जनपद में कई नवाचार करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के क्षमता संवर्धन के साथ-साथ कुपोषण के ख़िलाफ़ जन भागीदारी पर ज़ोर दिया जा रहा है. मण्डल के अन्य सभी जनपदों के ज़िला कार्यक्रम अधिकारी ने भी कायाकल्प, सैम प्रबंधन, लर्निंग लैब निर्माण पर प्रस्तुतीकरण दिया.
यूनिसेफ़ के स्टेट और मंडल प्रतिनिधियों शशि कुमार, सुरेश तिवारी, कमलेश पांडेय, बाल विकास के निदेशालय प्रतिनिधि राजुल उपाध्याय ने कुपोषण की चुनौतियों पर चर्चा करते हुए आगे की रणनीति बतायी साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के अवसरंचना को बेहतर बनाने के लिए सुझावों को सबके सामने प्रस्तुत किया.
इस गोष्ठी के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों के नन्हे मुन्ने बच्चों ने नृत्य भी प्रस्तुत किया.
धन्यवाद ज्ञापन ज़िला कार्यक्रम अधिकारी गोरखपुर अभिनव मिश्रा ने किया. मंच संचालन सीडीपीओ राहुल राय, रचना पांडेय ने किया. कार्यक्रम के दौरान जनपद गोरखपुर की सभी मुख्य सेविका एवं कई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियाँ भी उपस्थित रही.