नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस ने कहा है कि विश्व बैंक ने भारत में लगातार बढ़ रही गरीबी तथा असमानता पर हाल में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें सरकार की नीतियों के कारण अमीरी-गरीबी के बीच बढ़ रही खाई तथा अन्य कई विन्दुओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है।
पार्टी ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय गरीबी रेखा पर किए गये आकलन के अनुसार हाल के वर्षों में भारत में गरीबी में निरंतर गिरावट आई है और यह अब बेहद चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है।
कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने यहां जारी बयान में कहा कि डेटा की गुणवत्ता, स्थिरता और विश्वसनीयता को प्राथमिकता देना जरूरी है क्योंकि कुछ रिकॉर्ड के अनुसार डाटा को तोड़ मरोड़ कर पेश करना तथा डाटा से खिलवाड़ सरकार का टूल किट बन गया है।
उन्होंने कहा कि बढ़ती गरीबी और असमानता ने मोदी सरकार की नीतियों को और गंभीर बना दिया है जिसके कारण चंद अमीरों और अरबों गरीबों के बीच बढ़ती खाई अब और चौड़ी हो रही है। सरकार के लिए निजी कॉर्पोरेट निवेश को बढ़ाना देना जरूरी हो गया है लेकिन सीमित उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने की नीति इसमें बड़ी बाधक बन रही है।