वेद वाणी

हम संस्कर्ता, बल दाता, शतक्रतु परमात्मा को अपनी रक्षा के लिए पुकारते है!

हम संस्कर्ता, बल दाता, शतक्रतु परमात्मा को अपनी रक्षा के लिए पुकारते है!
मंत्र :–(इष्कर्तारमनिष्कृतं सहस्कृतं, शतमूतिं शतक्रतुम्!
समानमिन्द्रमवसे हवामहे, वसवानं वसूजुवम्)
ऋग्वेद ८! ९९! ८!
पदार्थ एवं अन्वय :–
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(इष्कर्तारमनिष्कृतं सहस्कृतं शतमूति शतक्रतुम् वसवानं वसुजुवं समान) अन्यों को संस्कृत करने वाले, स्वयं शुद्ध होने के कारण किसी से भी संस्कृत न होने वाले, बल देने वाले, शत रक्षाओ वाले शतप्रज्ञ, शतकर्मा, एवं शतयज्ञ वस्त्रों से आच्छादित करने वाले, ऐश्वर्यो को प्रेरित करने वाले सबके एक समान अराध्य (इन्द्र अवसे हवामहे) परमात्मा को रक्षा के लिए हम पुकारते है!
व्याख्या——- हम इस विश्व में बहुत ही असुरक्षित हैं, प्रथम न जाने कौन सी विपत्ति आ खडी़ हो और हमें मृत्यु का ग्रास बना ले! फिर समाज में फैले पाप और दुर्व्यसन भी क्या मालूम हमें अपने प्रभाव में ले ले और हम उनमें फंस कर विनाश की ओर दौडने लगे! अतः स्वयं को हम ऐसी सत्ता के प्रति सौंप देना चाहते हैं, जिससे हमें सुरक्षा का पूर्ण अभय दान मिल सकें! वह सत्ता परमैश्वर्यशाली इन्द्र प्रभु ही है! वह प्रभु इष्कर्ता है असंस्कृतो को सस्कृत करने वाला है! जिसके मन बुद्धि आदि संस्कारहीन है उन्हें परिमार्जित परिष्कृत कर उनमें सद्गुणों का बीजारोपण करने वाला है! वह सहस्कृतं है उत्साहहीनो में साहस और बल को प्रेरित करने वाला है! उससे शक्ति पाकर निर्बल से निर्बल व्यक्ति भी समरांगण के सूत्रधार बन जातें हैं! वह शतक्रतु, शतकर्मा, शतप्रज्ञ है, सृष्टि के अनन्त कर्मों को अकेले ही कर रहा है! सृष्टि के संचालन में ही उसकी अनन्त प्रज्ञा के दर्शन होते हैं उसके लोकोपकार रुप यज्ञ कार्य भी गणनातीत है! वह वसवानं है वस्त्रहीन को वस्त्रों से आच्छादित करने वाला है, गुणहीन को सद्गुणों से आच्छादित करता है! ऐश्वर्य हीरो के प्रति ऐश्वर्य को प्रेरित करनेवाले है! वह अग्नि, पृथिवी, वायु, अन्तरिक्ष, सूर्य, द्युलोक, चन्द्रमा और नक्षत्र इन आठ वसुओं को गति देने वाले है! वह समान है, निष्पक्ष होकर सबके प्रति एक समान न्यायकूल व्यवहार करने वाला है! और सबका एक समान अराध्य देव है! ऐसे महान इन्द्र देव को हम रक्षार्थ पुकारते है, क्योंकि जो जितना महान है, वह उतना ही अधिक निरापद रुप से रक्षक हो सकता है! मन्त्र का भाव है कि–हे इन्द्र प्रभु! आप हमे पूर्ण रूप से अपनी रक्षा में ले लो!

सुमन भल्ला

Chauri Chaura Times

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