मिर्जापुर, 6अप्रैल (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर स्थित विंध्यवासिनी देवी के दरबार में पूरे भव्यता के साथ चल रहे विंध्याचल नवरात्रि मेले का आखिरी पूजन के साथ समापन हो गया। पुरोहित पंडितों ने या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता बीज मंत्र के आह्वान के साथ विधिवत हवन पूजन कर अपने अनुष्ठान को पूरे किए। नवरात्रि के अंतिम दिन लाखों दर्शनार्थियों ने विंध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी मां विंध्यवासिनी देवी के दर्शन कर पूजन किए।
इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। भीड़ का वेग कम होने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।चौदह वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले मेले में एक अलग दृश्य है।विंध्य पर्वत के त्रिकोण पथ पर चहल-पहल अब थम गयी है। मां काली एवं सरस्वती स्वरूपा मां अष्टभुजा देवी के धाम में श्रद्धालुओं की संख्या अपेक्षाकृत बहुत कम हो गई है। अब तक गुलजार सीता कुंड एवं गेरुहवा में अब निरसता पसरी है।
नवरात्रि के पावन पर्व पर धाम में नौ दिन से डेरा जमा कर देवी पाठ के लिए जुटे पुरोहित पंडितों ने हवन कुंड में सांकल डाल हवन पूरा कर अपने अपने घर की ओर प्रस्थान कर गए। वही धर्मादा काम में लगे पंडाल भी उजड़ने लगे हैं। साथ साथ ही सड़क के किनारे अस्थाई दुकानदार अपनी अपनी दुकानें समेटने लगे हैं। दर्शनार्थियों को हीट बेब से बचने के लिए लगे अस्थाई शामियाना हटने लगे हैं ।भंडारो के स्टाल हट चुके हैं। भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा में कोई ढिल नही दी है। मेला प्रभारी अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ल ने बताया कि सरकारी स्तर पर मेला का समापन सोमवार को होना है। उन्होंने बताया कि बाहर से आये सुरक्षा कर्मियों को कल डिस्चार्ज किया जाएगा। श्री शुक्ल ने बताया कि मेले में अन्य जनपदों से आए अधिकारियों एवं सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया है।
उधर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी ने बताया कि लगभग प्रन्दह सौ सफाई कर्मचारी लगे हैं। सभी सोमवार तक रहेंगे।