अयोध्या, 04 जून (वार्ता) अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर परिसर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दूसरे दिन आज विभिन्न अधिवास, उत्सव विग्रहों का परिसर भ्रमण कराया गया और यज्ञ मंडप के अलावा प्राण प्रतिष्ठा वाले स्थानों पर विधिपूर्वक पूजन हुआ।
दोपहर दो बजे से तीन बजे तक उत्सव विग्रहों ने परिसर भ्रमण किया। तीन से साढ़े चार बजे तक शय्या निवास कराया गया। साढ़े चार बजे से पांच बजे तक प्रासाद वास्तु पूजन हुआ। बाद में यज्ञशाला में हवन आरती 5.45 से 6.45 तक हुई। अन्नाधिवास, घृताधिवास, जलाधिवास, पुष्पा निवास, शर्कराधिवास, शय्या धिवास सभी क्रम से सम्पन्न कराया गया।
श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान रामलला के परिसर में प्रात: साढ़े छह बजे से यज्ञमंडप में दो घंटे तक आह्वानित देवताओं का पूजन किया गया। अन्नाधिवास 9.00 से 9.30 तक संपन्न हुआ। यज्ञमंडप में हवन 9.35 से 10.35 तक चला देवस्नपन व प्रासादस्नपन (देवविग्रहों का स्नान व तत्संबंधित प्रासाद का पवित्रीकरण) 10.40 12.40 तक हुआ। दोपहर दो बजे से तीन बजे तक उत्सव विग्रहों ने परिसर भ्रमण किया। तीन से साढ़े चार बजे तक शय्या निवास कराया गया। साढ़े चार बजे से पांच बजे तक प्रासाद वास्तु पूजन हुआ। बाद में यज्ञ शाला में हवन आरती, पांच बजकर पैंतालिस से छह बजकर पैंतालिस तक हुआ। सूत्रों के अनुसार अन्नाधिवास, मृदाधिवास, जलाधिवास, पुष्पाधिवास, शकर्राधिवास, शैय्याधिवास सभी कर्म सम्पन्न कराये गये।
वृहस्पतिवार को राम दरबार समेत आठ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। यह ऐतिहासिक आयोजन गंगा दशहरा के पावन अवसर पर अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11.25 से 11.40 बजे के बीच संपन्न होगा। इस भव्य कार्यक्रम की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं। अयोध्या एक बार फिर धार्मिक उत्साह और भक्ति के रंग में रंगने को तैयार है। प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान काशी के विद्वान पंडित जयप्रकाश के नेतृत्व में 101 वैदिक आचार्यों द्वारा संपन्न कराया जा रहा है। जिसमें यज्ञ मंडप पूजन और अग्नि स्थापना आदि अनुष्ठान हो चुका है। गुरुवार को विभिन्न अधिवास और पालकी यात्रा का आयोजन होगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम में विभिन्न संप्रदायों के संत, धर्माचार्य, आरएसएस, विहिप और राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी व सदस्य भी शामिल होंगे। यात्री सुविधा केंद्र में तुलसीदास की प्रतिमा स्थापित हो गई है। सभी को उनके दर्शन मिलेंगे। इसके अलावा महर्षि अगस्त्य, वाल्मीकि, विश्वामित्र समेत चारों गुरु की मूर्तियों को भी स्थापित कर दिया है। देवी देवताओं की मूर्तियां जयपुर में बनी हैं। उन्हें यहां लाकर स्थापित कर दिया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले 22 जनवरी 2024 को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन हुआ था, जिसने विश्व भर में ध्यान आकर्षित किया। इस बार राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के साथ अयोध्या एक बार फिर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में अपनी महत्ता को रेखांकित करेगी।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परम्पराओं को भी मजबूत करेगा। प्राण प्रतिष्ठा के लिए सभी तैयारियां वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार की जा रही हैं, ताकि यह समारोह पूर्ण विधि-विधान से संपन्न हो। अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं, ताकि वे इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बन सकें। यह आयोजन अयोध्या को विश्व पटल पर और अधिक प्रमुखता प्रदान करेगा।
इस बीच पांच जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के श्रीरामजन्मभूमि पर बने दिव्य और भव्य मंदिर के परिसर में प्रस्तावित प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या भ्रमण कार्यक्रम के दृष्टिगत मंडलायुक्त गौरव दयाल, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. गौरव ग्रोवर ने रामकथा व सरयू आरती स्थल, पुष्पवाटिका सहित अन्य विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया।