Tuesday, May 13, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा बना देश में रक्षा विनिर्माण का प्रमुख केंद्र

लखनऊ, 17 अप्रैल (वार्ता) उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा 2018 में स्थापित और विकसित उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (यूपीडीआईसी) राज्य को रक्षा और एयरोस्पेस विनिर्माण के प्रमुख केंद्र में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है।
छह नोड्स कानपुर, झांसी, लखनऊ, अलीगढ़, आगरा और चित्रकूट में रणनीतिक रूप से फैला यह गलियारा रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करने के लक्ष्य को पूरा करता है। यूपीडा की 19 मार्च की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, यूपीडीआईसी को अब तक 28 हजार 761.88 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई करीब 2001 हेक्टेयर भूमि में से 923.24 हेक्टेयर उद्योगों को आवंटित की गई है। वर्तमान में, 57 कंपनियों को रक्षा गलियारे के छह नोड्स में भूमि आवंटित की गई है।
अधिकृत सूत्रों ने बताया कि कई प्रमुख कंपनियों ने वाणिज्यिक उत्पादन भी शुरू कर दिया है, जिनमें प्रमुख अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी एकीकृत गोला-बारूद सुविधा स्थापित करने के लिये कानपुर में 1,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है। अमितेक इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (330 करोड़) और वेरीविन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड (65 करोड़) अब अलीगढ़ में चालू हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, सैटेलाइट सिस्टम और छोटे हथियारों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
इसके अलावा कानपुर में, आधुनिक मैटेरियल एंड साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड (35 करोड़) और ए.आर पॉलिमर्स प्राइवेट लिमिटेड (48 करोड़) रक्षा वस्त्र और बैलिस्टिक-ग्रेड पॉलिमर सामग्री का उत्पादन कर रहे हैं।
उन्होने बताया कि कॉरिडोर की सफलता का श्रेय औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने, कौशल विकास को बढ़ाने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई प्रमुख पहलों को जाता है। 24 जनवरी को लॉन्च की गई यूपी एएंडडी यूनिट रोजगार प्रोत्साहन नीति 2024 का उद्देश्य रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में रोजगार सृजन में तेजी लाना है। इसके अतिरिक्त, 400 करोड़ रूपये की लागत वाली रक्षा परीक्षण अवसंरचना योजना (डीटीआईएस) कानपुर और लखनऊ में उन्नत परीक्षण सुविधाओं का मार्ग प्रशस्त कर रही है। आई आई टी कानपुर और आईआईटी बीएचयू में उत्कृष्टता केंद्र महत्वपूर्ण अनुसंधान और डिजाइन (आरएंडडी) अंतराल को कम करने के लिए अत्याधुनिक अनुसंधान का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि लखनऊ में रक्षा प्रौद्योगिकी और परीक्षण केंद्र (डीटीटीसी) प्रशिक्षण और परीक्षण क्षमताओं को और मजबूत कर रहा है।
कॉरिडोर की प्रगति पर सूबे के औद्योगिक विकास और निवेश प्रोत्साहन मंत्री नन्द गोपाल नंदी ने कहा कि, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में, यूपीडीआईसी के छह रणनीतिक नोड न केवल भारत के रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत कर रहे है बल्कि स्थानीय लोगो के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में एक परिवर्तनकारी भूमिका निभा रहे हैं।”

Universal Reporter

Popular Articles