लखनऊ, 27 अप्रैल (वार्ता) उत्तर प्रदेश सरकार निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत सभी लाभार्थियों का गहन सत्यापन करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल वास्तविक पात्र महिलाओं को ही पेंशन का लाभ मिले। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को इस संबंध में जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि प्रमुख सचिव महिला कल्याण लीना जौहरी ने प्रदेश भर के सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को 25 मई तक सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने के आदेश जारी किए हैं।
उन्होंने बताया “ अभियान के तहत, मृतक और अपात्र लाभार्थियों की पेंशन तत्काल प्रभाव से बंद कर दी जाएगी। पात्र लाभार्थियों को एसएमएस नोटिफिकेशन के जरिए उनके भुगतान की स्थिति के बारे में नियमित रूप से सूचित किया जाएगा।”
सूत्रों ने बताया कि योजना के तहत लाभ पाने वाली सभी महिलाओं के लिए आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक पात्र महिलाओं को ही पेंशन कार्यक्रम का लाभ मिले।
सूत्रों ने बताया कि सत्यापन का काम तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 10 मई तक लाभार्थियों का सत्यापन पूरा कर लिया जाएगा। दूसरे चरण में 15 मई तक हस्ताक्षरित सूची रिपोर्ट के साथ जिला प्रोबेशन अधिकारी को सौंप दी जाएगी। तीसरे और अंतिम चरण में 25 मई तक मृतक और अपात्र लाभार्थियों की पेंशन बंद कर दी जाएगी। सूत्रों ने बताया कि पूरी प्रक्रिया जिलाधिकारी की निगरानी में होगी। उन्होंने बताया कि सत्यापन के दौरान अगर कोई गड़बड़ी पाई गई तो जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम को यह सुनिश्चित करना होगा कि सत्यापन पूरी गंभीरता और गहनता से किया जाए।
सूत्रों ने बताया कि 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं, यूपी की स्थायी निवासी, जिनके पति का निधन हो चुका है और जिनके परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपये से अधिक नहीं है, वे इस योजना के लिए पात्र हैं। उन्होंने बताया कि पेंशन की राशि सीधे लाभार्थियों के आधार से जुड़े बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है।
योजना के तहत वर्ष 2016-17 में प्रत्येक लाभार्थी को 500 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जाती थी। वर्ष 2021-22 से पेंशन राशि बढ़ाकर 1000 रुपये प्रतिमाह कर दी गई है। सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2016-17 में पति की मृत्यु के बाद करीब 17.31 लाख महिलाओं को योजना का लाभ मिल रहा था।
उन्होंने बताया कि महज आठ साल में 16.83 लाख नई महिला लाभार्थियों को योजना से जोड़ा गया है। सूत्रों ने बताया कि चालू वित्त वर्ष से लाभार्थियों के लिए आधार आधारित भुगतान शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब इस योजना के तहत 34 लाख से अधिक महिलाएं पेंशन का लाभ उठा रही हैं।