प्रदूषण की बढती समस्या से निपटने के लिए सेना भी करेगी इलेक्ट्रिक वाहनों (ई- वाहन) का इस्तेमाल
नयी दिल्ली, प्रदूषण की बढती समस्या से निपटने के लिए सेना भी इलेक्ट्रिक वाहनों (ई- वाहन) का इस्तेमाल करने जा रही है जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आयेगी और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होगी।
सेना के अनुसार उसने एक योजना बनायी है जिसके तहत चुनिंदा यूनिटों में 25 प्रतिशत हल्के वाहनों , 38 प्रतिशत बसों तथा 48 प्रतिशत मोटरसाइकिल की जगह ई – वाहन खरीदे जायेंगे।
गत अप्रैल में सेना ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के समक्ष इन वाहनों का प्रदर्शन किया था। इस मौके पर ई वाहन बनाने वाली कंपनियों टाटा मोटर्स , परफेक्ट मेटल इंडस्ट्रीज और रिवोल्ट मोटर्स ने अपने वाहन दिखाये थे तथा उनकी क्षमता के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद इस योजना ने गति पकड़ी और इस दिशा में तेजी से काम हुआ।
इस योजना के लिए सैन्य कार्यालयों , पार्किंग और रिहायशी परिसरों में वाहनों की चार्जिंग के लिए स्टेशन बनाये जा रहे हैं। इनमें एक तेज गति से चार्च करने वाला तथा दो से तीन धीमी गति से चार्ज करने वाले स्टेशन होंगे। बिजली के अलावा सौर ऊर्जा पर आधारित चार्जिंग स्टेशन भी लगाये जाने की योजना है।
सेना के अनुसार इन वाहनों की खरीद के लिए जल्द ही निविदा आमंत्रित की जायेंगी। दिल्ली छावनी में पहले से ही चार्जिंग स्टेशन लगाये जा चुके हैं और इनमें से कुछ आम शहरियों के लिए भी खुले हैं।