ऐसी घटना थी जो 14 साल बीतने के बाद भी यहां के हर शख्स के जहन में बसी हुयी है
इटावा, कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का नेतृत्व कर सुर्खियां बटोर रहे राहुल गांधी की 14 साल पुरानी एक तस्वीर की चर्चा इन दिनो इटावा में हर शख्स की जुबां पर है जिसमें वर्ष 2008 में कैमरे में कैद की गयी राहुल गांधी की यह तस्वीर इकदिल थाना के अमीनाबाद गांव की है जहां श्री गांधी पांच दलित लोगो की हत्या के बाद संवेदना व्यक्त करने आये थे। समाजवादी पार्टी (सपा) मे शामिल हो चुके पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष उदयभान सिंह यादव ने बताया कि 2008 मे पांच दलितो की हत्या के बाद इकदिल इलाके के अमीनाबाद गांव मे राहुल गांधी आये थे जहॉ पीडित परिवार से मिलने के बाद वे वापस लौट रहे थे कि अचानक एक आलू किसान से मिल कर उन्होने उनका हाल चाल लिया और साथ ही उसकी बेटी को भी अपने कंघे पर उठा कर अपनेपन का एहसास कराया ।
यह एक ऐसी घटना थी जो 14 साल बीतने के बाद भी यहां के हर शख्स के जहन में बसी हुयी है और राहुल की भारत जोड़ो यात्रा ने उस दौर की घटना को और भी ताजा कर दिया है।
वरिष्ठ पत्रकार बृजेश शुक्ला बताते है कि अमीनाबाद गांव मे पांच दलितो की हत्या के बाद राहुल गांधी वापस लौट रहे थे कि वह इस्माइल नामक एक किसान के खेत मे जा पहुंचे और वहां आलू खोद रहे रसीद और उसकी बीबी मुख्तरी बेगम से मिले। इस बीच राहुल ने रसीद की चार साल की बेटी सिमरन को अपने कंधे पर उठा लिया । यह देख हर कोई हक्का बक्का रह गया था। उस समय एसपीजी सुरक्षा पाये राहुल ने सुरक्षा घेरा तोड कर पहली दफा इस तरह से लोगो के बीच जा कर नजदीकी का इजहार किया था। आज सिमरन करीब 17 की हो चुकी है जो इकदिल के ठेर मुहाल मे अपने माता पिता के साथ रहती है ।