राम की पैड़ी के घाटों पर जयघोष के साथ दीयों को सजाने का कार्य शुरू
अयोध्या, डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो0 अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए शुक्रवार को प्रातः 10 बजे से राम की पैड़ी के घाटों पर स्वयंसेवकों द्वारा जयघोष के साथ दीयों को बिछाना शुरू कर दिया गया। स्वयंसेवकों को घाटों पर ले जाने के लिए प्रातः 8 बजे विश्वविद्यालय परिसर से दर्जनों की संख्या में बसों को लगाया गया। जो कई राउंड में पांच हजार स्वयंसेवकों को लेकर राम की पैड़ी पर पहुॅची और घाट समन्वयकों की देख-रेख में दीपों को सजाने का कार्य शुरू किया। वहीं दूसरी ओर घाट संख्या दस पर राम दरबार व रामायण कालीन आकृतियां उकेरी गई है। दिव्य दीपोत्सव को लेकर सभी स्वयंसेवक गले में दीपोत्सव पहचान-पत्र व सिर पर कैप लगाये हुए है। बीच-बीच में स्वयंसेवकों के द्वारा जयश्रीराम के उदघोष के साथ दीपोत्सव के प्रति इनके उत्साह देखते ही बन रहा है। 23 अक्टूबर छोटी दिपावली के दिन दीपोत्सव को यादगार बनाने के लिए 22 तारीख की दोपहर तक सभी घाटों पर लगभग 17 लाख दीये सज जायेंगे।
दीपोत्सव नोडल अधिकारी व विवि सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रो0 अजय प्रताप सिंह ने बताया कि अविवि के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह के कुशल मार्गदर्शन में छठा दीपोत्सव एतिहासिक एवं भव्य बनाया जायेगा। इसको लेकर विश्वविद्यालय के स्वयंसेवक काफी उत्साहित है। 37 घाटों पर दीयों को सजाने का कार्य स्वयंसेवकों द्वारा शुरू कर दिया गया है। सभी घाटों पर 17 लाख दीयों को बिछा दिया जायेगा। अगले दिन विश्वविद्यालय, सम्बद्ध महाविद्यालयों व स्वयंसेवी संस्थाओं के 22 हजार स्वयंसेवक तैनात रहेंगे। सभी स्वयंसेवक दीपोत्सव पहचान-पत्र के साथ घाट पर उपस्थित रहेंगे। बिना पहचान पत्र के स्वयंसेवकों को प्रवेश नही दिया जायेगा। अन्य के पहचान-पत्र लेकर चलने पर आवश्यक कार्यवाही की जा सकती है। प्रो0 सिंह ने बताया कि घाट संख्या तीन के समीप चिकित्सकीय टीम तैनात कर दी गई है। नोडल अधिकारी ने बताया कि सभी घाटों पर दीयों को सजाने का कार्य 22 तारीख की दोपहर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। अगले दिन 22 अक्टूबर को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड की टीम के द्वारा बिछायें गये दीयों की गणना की जायेगी। यह कार्य घाट समन्वयकों व गु्रप लीडर की उपस्थित में किए जायेंगे। प्रो0 सिंह ने बताया कि घाटों की साफ-सफाई के लिए नगर निगम के स्वच्छता कर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त जलपान व भोजन समिति के डॉ0 राना रोहित सिंह के नेतृत्व में स्वयंसेवकों के लिए दीपोत्सव तक जल-पान व भोजन की व्यवस्था की गई है। घाट समन्वयकों की उपस्थित में स्वयंसेवकों को बारी-बारी से भोजन कराया जा रहा है। नोडल अधिकारी ने बताया कि दीपोत्सव एक मिशन के रूप में निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने की चुनौती है। 23 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश सरकार के दिए गए 15 लाख दीयों के जलाने का लक्ष्य बहुत आसानी से पूरा करेंगे। इसके लिए स्वयंसेवकां द्वारा 17 लाख दीपों को लगाया व जलाया भी जायेगा। पुनः गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करेंगे। राम की पैड़ी के सभी घाटों पर दीये बिछाने की निगरानी उप-नोडल अधिकारी डॉ0 संग्र्राम सिंह, घाट समन्वयकों व पदाधिकारियों के उपस्थित में कराई जा रही है।
पन्द्रह लाख दीयों से जगमगाएगी राम की पैड़ी
– रामनगरी अयोध्या के छठे दीपोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री शाम करीब पांच बजे भगवान श्री रामलला विराजमान के दर्शन और पूजा करेंगे तथा इसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण करेंगे। पीएम ग्रैंड म्यूजिकल लेजर शो के साथ-साथ सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी में 3-डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी देखेंगे। शाम लगभग 5ः45 बजे प्रधानमंत्री प्रतीकात्मक भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक करेंगे और शाम लगभग 6ः30 बजे सरयू नदी के न्यू घाट पर आरती देखेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री द्वारा भव्य दीपोत्सव समारोह की शुरुआत की जाएगी। इस वर्ष दीपोत्सव का छठा संस्करण आयोजित किया जा रहा है और यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री इस समारोह में व्यक्तिगत रूप से भाग लेंगे। इस अवसर पर 15 लाख से अधिक दीये जलाए जाएंगे। दीपोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों के विभिन्न नृत्य रूपों के साथ पांच एनिमेटेड झांकियां और 11 रामलीला झांकियां भी प्रदर्शित की जायेंगी। श्री मोदी भव्य म्यूजिकल लेजर शो के साथ-साथ सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी में 3-डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी देखेंगे।