उत्तरप्रदेश

नीति व नीयत की स्पष्टता से बढ़ रहा औद्योगिक विकास का ग्राफ

गोरखपुर, नीति और इसके क्रियान्यवन की नीयत साफ हो तो परिणाम गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) क्षेत्र में बिछ रहे उद्योगों के संजाल के रूप में दिखते हैं। दशकों तक उद्योगों की बाट जोहता रहा गीडा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उद्योग मित्रवत नीतियों से 2017 के बाद औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए निवेशकों का पसंदीदा क्षेत्र बन चुका है। सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल के छह माह का आकलन करें तो गीडा ने औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए 88.5 एकड़ (करीब 358000 वर्गमीटर) भूमि का आवंटन कर 2500 करोड़ रुपये के निवेश का प्लेटफार्म तैयार कर दिया है। इस भारी भरकम निवेश से करीब 5200 लोगों को रोजगार मिलने का मार्ग भी प्रशस्त हुआ है।बीते छह माह में गीडा ने जिन निवेशकों को भूमि का आवंटन किया है, उनमें सबसे प्रमुख पैकेज्ड पेय पदार्थ बनाने वाली विश्व प्रसिद्ध कंपनी पेप्सिको की बाटलिंग यूनिट लगाने वाली फ्रेंचाइजी मेसर्स वरुण वेबरेजेस लिमिटेड है। इस कंपनी को गीडा की तरफ से सेक्टर 27 में 177310 वर्गमीटर जमीन का आवंटन किया गया है। पेप्सिको की फ्रेंचाइजी की तरफ से बाटलिंग प्लांट के लिए 1071.28 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और इस प्लांट में करीब 1500  लोगों को रोजगार मिलेगा।इसी तरह गीडा के सेक्टर 26 में मेसर्स केयान डिस्टलरीज को 79441७लवर्गमीटर भूमि का आवंटन किया गया है। केयान की तरफ से 702 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है और उसकी इकाई में 1000 लोग रोजगाररत होंगे। इसी सेक्टर में मेसर्स सीपी मिल्क एंड फूड प्रोडक्ट्स प्रा. लिमिटेड को 118.3 करोड़ रुपये के निवेश के लिए 20067.37 वर्गमीटर जमीन का आवंटन किया गया है। सीपी मिल्क की इकाई में भी 1000 लोगों को रोजगार मिलेगा। गीडा सेक्टर 26 में ही मेसर्स तत्वा प्लास्टिक्स पाइप्स प्रा. लिमिटेड को 22000.62 वर्गमीटर तथा मेसर्स क्वार्ट्ज ओवलवेयर प्रा. लिमिटेड को 20067.37 व मेसर्स आदित्या मोटर प्रा. लिमिटेड को भी 20067.37  वर्गमीटर जमीन आवंटित की गई है। इन तीनों उद्योगों में क्रमश: 102.3 करोड़ रुपये, 50 करोड़ तथा 20 करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है। इनके जरिये क्रमश: 110, 410 और 400 लोगों को रोजगार मिलना सुनिश्चित होगा। गीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पवन अग्रवाल बताते हैं कि इन निवेशकों के अतिरिक्त गीडा की तरफ से रेडीमेड गारमेंट उद्योग के लिए 40 भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है। इन भूखंडों का कुल क्षेत्रफल 32500 वर्गमीटर है। यही नहीं उद्योगों के लिए बढ़ती हुई मांग को देखते हुए गीडा ने बुधवार (28 सितंबर) को पुन: कुल 35 एकड़ क्षेत्रफल वाले 64 औद्योगिक भूखंडों के आवंटन हेतु विज्ञापन जारी किया है। अलग-अलग सेक्टर में 510 वर्गमीटर से लेकर 17500 वर्गमीटर तक क्षेत्रफल वाले अलग-अलग इन भूखंडों के लिए 21 अक्टूबर तक आवेदन किया जा सकेगा। गीडा की मंशा है कि इसी वर्ष के अंत तक इन भूखंडों का भी आवंटन कर दिया जाए ताकि औद्योगिक विकास की गति तीव्रतम हो सके।
तेजी से बदल रहे औद्योगिक परिदृश्य के बीच गीडा की पांच महत्वपूर्ण परियोजनाओं को चालू वित्तीय वर्ष में पीएम गति शक्ति से 177 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। प्रदेश सरकार की पहल पर सहायता राशि को लेकर भारत सरकार के उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग की तरफ से मुहर भी लगाई जा चुकी है। गीडा द्वारा गारमेंट पार्क को सम्मिलित करते हुए भीटी रावत औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 26 के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना तैयार की गई है। इसके लिए लिए पीएम गति शक्ति से वित्तीय वर्ष 2022-23 में 70 करोड़ रुपये की सहायता को मंजूरी मिली है। इसी तरह 100 करोड़ रुपये की परियोजना लागत वाले इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (भगवानपुर-नरकटहा) के लिए 80 करोड़ रुपये तथा 69.58 करोड़ रुपये के प्लास्टिक पार्क प्रोजेक्ट हेतु 12 करोड़ रुपये की सहायता चालू वित्तीय वर्ष में स्वीकृत हुई है। रेडीमेड गारमेंट का हब बनाने के लिए बनने जा रही फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स के लिए 10 करोड़ तथा गीडा में कामन इंफ्लूएट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी)  के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में 5 करोड़ रुपये को सहायता पीएम गति शक्ति से मिलेगी।
Chauri Chaura Times

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button