
मुंबई, 05 मार्च (वार्ता) देश के धनवान उच्च वर्ग में अगली पीढ़ी (नेक्स्ट जेन) की पहली पसंद लक्जरी कार और दूसरी लक्जरी घर है।
इसका खुलासा प्रॉपर्टी क्षेत्र की सलाह सेवा प्रदाता कंपनी नाइट फ्रैंक की वेल्थ रिपोर्ट 2025 में हुआ है। रिपोट्र के अनुसार, भारत के नेक्स्ट जेन उच्च निवल संपत्ति वाले व्यक्तियों (एचएनडब्ल्यूआई) में 46.5 प्रतिशत लोगों ने लक्जरी कार के मालिक होने की इच्छा व्यक्त की है। हाई-एंड रियल एस्टेट दूसरी सबसे पसंदीदा लक्जरी संपत्ति के रूप में उभरी, जिसमें 25.7 प्रतिशत लोगों ने इसकी आकांक्षा जताई।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, “भारत की बढ़ती अल्ट्रा हाई नेटवर्थ आबादी के कारण लक्जरी ब्रांडों के लिए देश में बड़े अवसर खुल रहे हैं। सुपरयॉट जैसे क्षेत्रों में भी अपार संभावनाएं हैं, जिनका बाजार अब तक सीमित रहा है।”
नाइट फ्रैंक के लक्जरी इन्वेस्टमेंट इंडेक्स (केएफएलKFLII) के अनुसार, हैंडबैग्स 2024 में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली लक्जरी संपत्ति रहे, जिनकी कीमतों में 2.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि, समग्र लक्जरी इन्वेस्टमेंट इंडेक्स में 3.3 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों को एक बदलते बाजार परिदृश्य का सामना करना पड़ा।
लक्जरी निवेश में क्लासिक कारों की कीमतें 1.2 प्रतिशत बढ़ीं जबकि ललित कला की कीमतों में 18.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। बढ़िया शराब में 9.1 प्रतिशत और रेयर व्हिस्की में नौ प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
नाइट फ्रैंक के वैश्विक शोध प्रमुख लियाम बेली ने कहा, “लक्जरी निवेश ने लंबे समय तक निवेशकों को लाभ पहुंचाया है। यदि किसी ने वर्ष 2005 में 10 लाख डॉलर केएफएलआईआई में निवेश किए होते तो वर्ष 2024 तक उसका मूल्य 54 लाख डॉलर होता, जबकि एसएंडपी 500 में समान निवेश 50 लाख डॉलर तक पहुंचता।”
रिपोर्ट से स्पष्ट है कि भारत में अगली पीढ़ी के एचएनडब्ल्यूआई की प्राथमिकता लक्जरी कारें और हाई-एंड रियल एस्टेट है। वैश्विक लक्जरी बाजार में भारत की बढ़ती भागीदारी के साथ, लक्जरी ब्रांडों के लिए देश एक महत्वपूर्ण बाजार के रूप में उभर रहा है।