अयोध्या, 3 अप्रैल (वार्ता) भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का जन्मोत्सव इस बार भव्य रूप से मनाया जायेगा।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने रामनवमी पर हो रहे कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया है कि श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद द्वितीय रामनवमी का त्यौहार अयोध्या में धूमधाम से मनाया जायेगा। उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि श्रीराम के ललाट पर सूर्य अभिषेक की तैयारियां चल रही हैं और विशेषज्ञों की एक टीम इस काम में जुटी हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि सूर्य अभिषेक का प्रसारण पूरे विश्व में किया जायेगा। भीड़ को देखते हुए रामलला के दर्शन की अवधि बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि भक्तिपथ पर श्रद्धालुओं के लिये सुविधायें विकसित की जा रही हैं। छह सौ मीटर लम्बे भक्ति पथ पर अस्थायी रूप से शेड लगाया गया है। श्रद्धालु इस मार्ग से होकर सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी और कनक भवन दर्शन के लिये जाते हैं। रोजाना करीब सत्तर से अस्सी हजार श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर रहे हैं। चैत्र रामनवमी के पर्व पर रामलला का जन्मोत्सव का मुख्य पर्व है। यह संख्या कई गुना बढ़ सकती है। शेड लगाने से श्रद्धालुओं को तेज धूप से राहत मिलेगी। भक्ति पथ पर पेयजल की व्यवस्था भी बढ़ायी जा रही है और एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की जा रही है।
रामनवमी के मुख्य पर्व राम के जन्मोत्सव पर रामलला के दर्शन की अवधि बढ़ाने की तैयारी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस दिन रामलला अठारह घंटे तक दर्शन दे सकते हैं। मंदिर सुबह पांच बजे से लेकर रात्रि ग्यारह बजे तक खुलेगा। रामलला की आरती के समय में भी बदलाव किये जाने की संभावना है। हालांकि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से अभी तक इसकी अधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है।
रामनवमी मेले के आखिरी तीन दिन चार, पांच व छह अप्रैल को अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमडऩे की उम्मीद है। इन तीन दिनों के दौरान रामलला के दर्शन अवधि में बदलाव किये जाने की तैयारी है ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर सकें।
अनुमान है कि मुख्य पर्व छह अप्रैल रामजन्मोत्सव के दिन करीब बीस लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंच सकते हैं। इसको देखते हुए राम मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन सुविधायें भी विकसित करने में जुटा है।
रामजन्मभूमि पथ पर अस्थायी कैनोपी लगायी जा चुकी है और मुख्य पर्व तक पथ पर लाल कारपेट भी बिछा दिया जायेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्रद्धालुओं के लिये दो सौ से अधिक स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। इस बीच इस बार चैत्र रामनवमी मेले में श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिये नगर निगम अयोध्या टेंट भी लगाने जा रहा है। आस्था की डगर पर श्रद्धा के लिये चैत्र रामनवमी मेले में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े इसके लिये नगर निगम ने तैयारी कर ली है।
अयोध्या धाम स्थित जोनल कार्यालय में महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी और नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा ने बैठक कर यह तय किया है कि सर्वाधिक भीड़ वाले क्षेत्र में श्रृंगार घाट से हनुमानगढ़ी तक श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिए टेंट लगाया जायेगा।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे नगर निगम अयोध्या के महापौर ने कहा कि पूरी दुनिया की नजर राम मंदिर के कारण अयोध्या पर है। लाखों श्रद्धालु रामलला का प्राकट्योत्सव देखने के लिये आयेंगे। इन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो इसका ध्यान रखना नगर निगम का कर्तव्य है। सफाई, पेयजल, पार्किंग सहित व्यवस्था सम्बन्धी कोई भी खामी नहीं रहनी चाहिये। अयोध्या में इस बार भीड़ होने के आसार हैं, जिसकी तैयारी जिला प्रशासन के साथ नगर निगम भी मजबूती से कर रहा है। दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसके लिये हम लोग तैयार हैं।
इस बीच जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने रामनवमी मेले की तैयारी के लिये कई बैठकें भी की हैं। सभी अधिकारियों को हिदायत दी है कि मेले में कोई खामियां नजर न आवें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी रहेगी परन्तु श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।