उत्तरप्रदेश

पर्वतारोहण अभियान में गोरखपुर की सुप्रिया यादव ने रचा इतिहास, 14,100 फीट ऊंचे बर्फीले पहाड़ को किया फतह.

गोरखपुर,(दिनेश चंद्र मिश्र)। पर्वतारोहण के क्षेत्र में गोरखपुर की बेटी सुप्रिया यादव ने एक बार फिर अपने साहस और दृढ़ संकल्प का परिचय देते हुए इतिहास रचा है। हिमालयन ट्रेक के द्वारा आयोजित पर्वतारोहण अभियान में सुप्रिया ने 14,100 फीट ऊंचे बर्फीले पहाड़ पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इससे पहले सुप्रिया ने 10,000 फीट ऊंचे बर्फीले पहाड़ पर चढ़ाई की थी, और अब इस नई ऊंचाई को छूकर उन्होंने अपने पर्वतारोहण के सफर में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि जोड़ दी है।

सुप्रिया यादव, जो गोरखपुर के सूरजकुण्ड कॉलोनी की निवासी हैं, भारतीय जीवन बीमा निगम के मुख्य बीमा सलाहकार श्रीराम यादव और श्रीमती विमला यादव की बेटी हैं। उनके माता-पिता ने हमेशा ही उनके सपनों को पूरा करने के लिए उन्हें प्रेरित किया और उन्हें आगे बढ़ने का साहस दिया। पर्वतारोहण के प्रति सुप्रिया का जुनून और साहस उन्हें इस मुकाम तक लाया है। आसपास के क्षेत्रों में आयोजित रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग और ट्रैकिंग कैंप के दौरान सुप्रिया ने इस अभियान को सफलतापूर्वक पूरा कर दिखाया।

सुप्रिया ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस अभियान के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। ठंड के मौसम में बर्फीले तूफान और तेज हवाओं ने चढ़ाई को और कठिन बना दिया था, लेकिन उन्होंने अपने आत्मविश्वास और साहस के बल पर इन सभी कठिनाइयों का सामना किया। उनके प्रशिक्षकों का मार्गदर्शन और उनकी अपनी मेहनत ने उन्हें इस ऊंचाई को फतह करने में मदद की। इस सफलता के लिए उन्होंने अपने परिवार, प्रशिक्षकों और दोस्तों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें हर कदम पर सहयोग और प्रोत्साहन दिया।

सुप्रिया का चयन और उनके द्वारा प्राप्त की गई सफलता इस बात का प्रमाण है कि समर्पण और मेहनत से किसी भी ऊंचाई को हासिल किया जा सकता है।

सुप्रिया की इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार में बल्कि पूरे गोरखपुर में खुशी और गर्व का माहौल है। उनके इस साहसिक कदम ने युवाओं को यह संदेश दिया है कि अगर हिम्मत और मेहनत से काम किया जाए,तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती। गोरखपुर व उत्तर प्रदेश की प्रथम व इकलौती बेटी ने अपने प्रयासों से शहर व प्रदेश का नाम रोशन किया है और आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरी हैं।

Chauri Chaura Times

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