नयी दिल्ली 26 फरवरी (वार्ता) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और नौसेना ने चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से अपनी तरह की छोटी दूरी की पहली पोत रोधी मिसाइल का सफल परीक्षण किया है।
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को वक्तव्य जारी कर कहा कि मंगलवार को सीकिंग हेलिकॉप्टर से किये गये इन परीक्षणों ने भारतीय नौसेना की मिसाइलों की लक्ष्यों के खिलाफ सटीक मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। परीक्षणों ने मिसाइल की ‘मैन-इन-लूप’ विशेषता को साबित कर दिया है।
मिसाइल को डीआरडीओ की विभिन्न प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित किया गया है, जिसमें अनुसंधान केंद्र इमारत, रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला, उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला और टर्मिनल बैलिस्टिक्स अनुसंधान प्रयोगशाला शामिल हैं। इन मिसाइलों का विकास सह उत्पादन भागीदारों द्वारा एमएसएमई, स्टार्ट-अप और अन्य उत्पादन भागीदारों की मदद से किया जा रहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल उड़ान परीक्षणों के लिए डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और उद्योग जगत को बधाई दी है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी कामत ने भी डीआरडीओ की पूरी टीम, उपयोगकर्ताओं और उद्योग भागीदारों को बधाई दी।