गोरखपुर (दुर्गेश मिश्र)। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर के कार्यों को सदैव गोरखपुर वासी याद करेंगे 2 साल 10 माह 2 दिन गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्य करते हुए अपने कार्यालय में आने वाले हर फरियादियों की समस्याओं को सुनकर निराकरण करने का कार्य किया अपराधी किस्म के व्यक्तियों को अपने तरीके से दुरुस्त करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी पीड़ितों के समस्याओं का निदान करने के लिए सदैव तत्पर रहते थे 6 मई को शासन द्वारा अयोध्या का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाए जाने पर आज 7 मई बुधवार को पुलिस लाइन व्हाइट हाउस में अधिकारियों कर्मचारियों ने डीआईजी आनंद कुलकर्णी के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक संजय कुमार पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक दक्षिणी जितेंद्र कुमार पुलिस अधीक्षक अपराध सुधीर जायसवाल पुलिस अधीक्षक मंदिर सुरक्षा अनुराग सिंह साहित्य गोरखपुर जनपद के सभी क्षेत्राधिकारी व थाना प्रभारी सभी संभागों के प्रभारियों ने गर्म जोशी के साथ विदाई किया जो सदैव याद किया जाएगा।डॉ गौरव ग्रोवर 2013 बैच के IPS अफसर हैं। वे मूल रूप से भटिंडा, पंजाब के रहने वाले हैं। साल 1986 में जन्मे डॉ गौरव ग्रोवर ने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है। इन्हें बेहतर कार्य के लिए 2020 में महानिदेशक प्रशस्ति डिस्क सिल्वर, 2022 में महानिदेशक प्रशस्ति डिस्क गोल्ड और 2024 महानिदेशक प्रशस्ति डिस्क प्लेटिनम से सम्मानित भी किया गया है। IPS बनने से पहले डॉ गौरव ग्रोवर पहले पंजाब में एमबीबीएस डॉक्टर थे।
डॉ. गौरव ग्रोवर ने फर्जी डिग्री गैंग का भंडाफोड़ किया था, फर्जी प्रमाण पत्र से क्लिनिक और डायग्नोस्टिक सेंटर पर बड़ी कार्रवाई की थी। इसके अलावा नकली सोना बेचने वाले गिरोह का भी भड़ाफोड़ किया था। फर्जी स्टॉप बेचने वाले गिरोह पर भी बड़ी कार्रवाई थी।
मथुरा एसएसपी रहते हुए गाजियाबाद के गैंगस्टर शकील गिरोह के नौ लोगों को पकड़कर जेल भेजा था। वहीं कोरोना कॉल में लॉकडाउन के दौरान मथुरा के एसएसपी रहते प्रेग्नेंट महिला के घर से अस्पताल तक ग्रीन कॉरिडोर बनवा भर्ती कराया था, महिला ने बेटे को जन्म दिया था, महिला का पति दुबई में था, सूचना के बाद एसएसपी डॉ गौरव ने महिला को भर्ती कराया था, जो सुर्खियों में रहा।