उत्तरप्रदेश
सात साल में सात किमी सड़क नहीं हो सकी गड्ढामुक्त
गोरखपुर, सोनबरसा -सरदारनगर मार्ग की हालत इतनी खस्ताहाल हो गई है कि इस पर बने बड़े-बड़े गड्ढे राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। पिछले सात साल में सात किमी सड़क गड्ढामुक्त नहीं हो सकी। मरम्मत की राह देख रही इस सड़क के लिए शासन या लोनिवि विभाग के पास धन नहीं है।कुशीनगर व देवरिया फोरलेन की सड़क को जोड़ने वाला सोनबरसा से फुटहवाइनार की सड़क प्रमुख है। फुटहवाइनार से सरदारनगर तक टू लेन सड़क बन चुकी है। लेकिन सरदारनगर से सोनबरसा को जोड़ने वाली सड़क 7 किमी लम्बाई में इस तरह टूट गई है कि इस पर सफर कर पाना आसान नहीं है। सात किमी जाने में एक घंटे का समय लगता है। यही नहीं वाहनों के पुर्जे भी हिल जाते है। हालांकि दो माह पूर्व विभाग ने इस पर बने बड़े-बड़े गड्ढों को यहां वहां गिट्टी डालकर कोरम पूरा किया। इस मरम्मत में 80 फीसदी सड़क पूर्ववत रूप में ही मौजूद है। बरसात के बाद सड़क पर मौजूद छोटे व बड़े गड्ढों ने विकराल रूप धारण कर लिया है। जो दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। सड़क पर बने गड्ढों में गाड़ियों का पहिया झटके से गिरने के कारण जहां गाड़ियां खराब हो रही हैं। इस मार्ग पर बने गड्ढों को बचाने के चक्कर में वाहन चालक आपस में भीड़ जा रहे हैं। इस मार्ग पड़ बने गड्ढे अब जानलेवा साबित होने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने लोनिवि से लगायत मुख्यमंत्री तक से गुहार लगाई है, लेकिन सड़क की हालत सुधरने की जगह बिगड़ती चली गई। लोनिवि का कहना है कि सड़क जीर्णोद्धार का स्टीमेट बनाकर भेजा गया है। शासन से धन अवमुक्त होते ही काम शुरू होगा। लेकिन यह धन कब तक आएगा इसकी कोई गारंटी नहीं है। मुख्यमंत्री बनने के बाद ही प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त करने का वादा करने वाले मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा है कि प्रदेश की सभी सड़कों को 15 नवम्बर तक गड्ढामुक्त किया जाए। अब देखना है कि मुख्यमंत्री के इस अभियान में इस सड़क की दशा कहा तक सुधरती है।