संभल, 23 मार्च(वार्ता): उत्तर प्रदेश के संभल में बीती 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बारे में पूछताछ के लिए पुलिस ने जामा मस्जिद के सदर को हिरासत में दिया है।
न्यायालय ने संभल की जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए कोर्ट कमिश्नर को नियुक्त किया था। 24 नवंबर को कोर्ट कमिश्नर, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सर्वे करने के लिए जामा मस्जिद पहुंचे थे। सर्वे के दौरान हिंसा हो गई और हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी।
रविवार को लगभग 11:30 बजे पुलिस जामा मस्जिद के सदर जफर अली एडवोकेट को उनके घर से कोतवाली ले गई और कोतवाली में जफर अली से 24 नवंबर को हुई हिंसा के बारे में पूछताछ कर रही है।
हिंसा की जांच के लिए सरकार ने तीन सदस्य न्यायिक आयोग गठित किया था। सरकार द्वारा गठित न्यायिक आयोग हिंसा की जांच कर रहा है। जफर अली के भाई ताहिर अली ने बताया कि न्यायिक आयोग से सम्मन आया है। जफर अली को बयान देने के लिए न्यायिक आयोग में जाना था। जफर अली को रोकने के लिए यह असंवैधानिक कार्रवाई की गई है।