ऑस्कर के लिए पहुंची आरआरआर, 14 श्रेणियों में नामांकन के लिए एंट्री
एसएस राजामौली की फिल्म आरआरआर को भारत की ओर से आधिकारिक रूप से ऑस्कर के लिए न भेजे जाने पर प्रशंसक मायूस थे। इस फिल्म को न चुने जाने के लिए फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की आलोचना भी हो रही थी। हालांकि, फिल्म निर्माताओं ने फिल्म को स्वतंत्र रूप से ऑस्कर की दावेदारी के लिए भेजने का फैसला किया। निर्माताओं ने 14 श्रेणियों के लिए फिल्म की एंट्री भेजी है।
निर्माताओं ने आरआरआर को फॉर योर कंसिडरेशन (एफवाईसी) कैंपेन के तहत ऑस्कर के लिए आगे बढ़ाया है। शुक्रवार को लॉस एंजेलिस में फिल्म की स्क्रीनिंग की गई थी। फिल्म को सर्वश्रेष्ठ फिल्म (डीवीवी दनैय्या), सर्वश्रेष्ठ निर्देशक (राजामौली) और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (जेआर एनटीआर और रामचरण) समेत कुल 14 श्रेणियों के लिए एफवाईसी में भेजा गया है। फिल्म में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए आलिया भट्ट और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए अजय देवगन का नाम भी भेजा गया है।
इनके अलावा फिल्म सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले, ऑरिजिनल सॉन्ग, म्यूजिक, एडिटिंग, सिनेमेटोग्राफी, साउंड प्रोजक्शन डिजाइन, वीएफएक्स, कॉस्ट्यूम डिजाइन, मेकअप और हेयरस्टाइलिंग की श्रेणी में भी दावेदारी के लिए चुनी गई है।
फिल्म में 1920 के दशक की कहानी को फिल्माया गया है। इसमें राम और एनटीआर मुख्य भूमिका में दिखे हैं। फिल्म दो महान स्वतंत्रता सेनानियों, अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम की कहानी पर आधारित है। इन्होंने अंग्रेजों और हैदराबाद के निजाम से आजादी की लड़ाई लड़ी थी। इसमें आलिया और अजय का शानदार कैमियो भी शामिल है। 450 करोड़ रुपये से अधिक के बजट में बनी यह फिल्म 25 मार्च को रिलीज हुई थी।
फिल्म को भारत के अलावा विदेशी दर्शकों और फिल्म क्रिटिक्स ने भी काफी पसंद किया है। आरआरआर 1,000 करोड़ रुपये के क्लब में शामिल होने वाली तीसरी भारतीय फिल्म भी है। इससे पहले दंगल और बाहुबली 2 ने यह कीर्तिमान रचा था।
ऑस्कर 2023 के लिए भारत की ओर से आधिकारिक रूप से गुजराती फिल्म द छेल्लो शो को चुना गया है। फिल्म का मुख्य किरदार एक बच्चा है जो चाय बेचता है। इस बच्चे का सपना है कि वह एक दिन बड़े पर्दे पर फिल्म देखे। इसके लिए वह हर संभव कोशिश करता है। इस बच्चे के मासूम सपने के जरिए फिल्म चुपके से एक प्यारा सा संदेश दे जाती है। फिल्म कॉपी होने को लेकर विवादों में भी है।
फिल्म के चयन के लिए पहले फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया देश के सभी फिल्म एसोसिएशन को अपनी ओर से फिल्म भेजने के लिए निमंत्रण भेजता है। इसके बाद चयनकर्ताओं की समिति भेजी गई सभी फिल्मों की स्क्रीनिंग करती है और किसी एक फिल्म का चुनाव करती है। यदि फिल्म सभी मानकों को पूरा करती है तो उसे स्वतंत्र रूप से भी ऑस्कर की दावेदारी के लिए भेजा जा सकता है।