आवास विकास कॉलोनी बी 248 के उत्तर स्थिति प्राइवेट कॉलोनी के निवासी वर्षा ऋतु में नारकीय जीवन जीने को मजबूर
गोरखपुर। नगर निगम वासियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूर्व में नगर निगम के 70 वार्डों को बढ़ाकर 80 वार्ड कर दिया गया लेकिन पूर्व में बने आवास विकास कॉलोनी के बी 248 के उत्तर स्थिति प्राइवेट कॉलोनी के निवासीगणों को नारकीय जीवन जीने के लिए वर्षा ऋतु में मजबूर होना पड़ रहा है वर्षा ऋतु के पानी के साथ ही घरों का गंदा पानी घरों में कैद हो रहा जिससे बीमारियां को दावत दे रही। लेकिन नगर निगम प्रशासन आवास विकास कॉलोनी बी 248 के उत्तर प्राइवेट कॉलोनी वासियों का सुधि नहीं ले रहा वैसे तो स्थानी पार्षद के प्रयास से मोहल्ले वासियों के गंदा पानी व वर्षा ऋतु के पानी की निकासी हेतु नाले का निर्माण कराना प्रारंभ कराया गया था 50% निर्माण कार्य होने के बाद राजनीति का शिकार नाला हो गया जो अधूरा पड़ा हुआ है अगर नाला पूर्ण रूप से तैयार हो गया होता तो मोहल्ले वासियों को वर्षा ऋतु के पानी तथा गंदे पानी की निकासी की स्थाई व्यवस्था हो गई होती लेकिन माननीय न्यायालय में एक प्रार्थना पत्र दे देने से निर्माण कार्य को रोक दिया गया माननीय न्यायालय के द्वारा ना कोई स्थगन आदेश है। मुहल्ला, शाहपुर आवास विकास कालोनी (B-248 के उत्तर) स्थित प्राइवेट कालोनी के निवासीगण सरकार द्वारा लगाये प्रत्येक कर आयकर, गृहकर, विद्युतकर, जलकर आदि के नियमित जमा करने वाले नागरिक है। परन्तु इस कालोनी के निवासीगणों के प्रति दोयम दर्जा के नागरिको की तरह व्यवहार किया जाता रहा है और सैकडो प्रार्थना पत्र देने के बावजूद इस कालोनी की समस्यायें का स्थाई निदान नही किया गया केवल आस्वासन पर आस्वासन दिया जाता है।कालोनी में गंदे पानी की निकासी के लिये काफी प्रयास के बाद जो नाली बनी है दक्षिण टी० एन० श्रीवास्तव के मकान के पास व उत्तर ए0 के0 सिंह के मकान के पास बन्द कर दी गयी है। इस अधूरी नाली जिसका लिंक किसी नाली अथवा नाले से न करने के कारण नाली बनने का कोई औचित्य सिद्ध नहीं हो रहा है और गन्दा पानी भी नहीं निकल पा रहा है। विगत कई माह पूर्व एक नाले का निमार्ण नगर निगम द्वारा कन्हैया स्कूल से प्रारम्भ किया जा रहा था और निर्माण कार्य 50% पूर्ण भी हो चुका था। उक्त नाले से ही कालोनी की नाली का भी लिंक किया जाना प्रस्तावित था। परन्तु राजनैतिक कारणो से उक्त नाले का निमार्ण रोक दिया गया और कहा गया कि प्रकरण में रिट मा० उच्च न्यायालय में लम्बित है। मात्र रिट याचिका दायर किये जाने से ही किसी कार्य को रोका नही जा सकता जब तक मा न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश या निषेधाज्ञा न निर्गत किया गया हो ऐसी स्थिति में उक्त नाले का निमार्ण रोका जाना आम जनता को दुश्वारियों और संकट में डाला दिया गया वर्षा श्रुतू में जरा सा भी पानी बरसने पर पुरी कालोनी में प्रत्येक घर में भारी जल जमाव हो जाता है और यह स्थिति महीनो रहती है। उक्त पानी कालोनी के दक्षिण स्थित कालोनी के पानी के प्रचण्ड रूप में इस कालोनी में आने के कारण जल जमाव होता है और इस कालोनी के निवासियों का अपना मकान छोड़कर रिश्तदारों के घर रहना पड़ता है। गन्दे पानी के निकासी हेतु बने नाली कन्हैया स्कूल में नाली बनाकर पूर्व में बन रहे नाले का कार्य प्रारम्भ कराकर उससे कर दिया जाये या तो नाली का लिंक आवास विकास कालोनी स्थित सीवर से मात्र 10 मीटर दूरी पर स्थित है से कर दिये जाने से गन्दे पानी का निकास सुचारू रूप से वर्षा श्रृतू का पानी निकल जायेगा। आवास विकास से आने वाले वर्षा श्रुतू के पानी को रोकने के लिये एक ठोकर का निर्माण श्री नाथ निलियन व श्रीमती ज्योति के मकान के मध्य कर दिये जाने से जल जमाव की से छुटकारा मिल जायेगा। इस संभावना से इनकार नही किया जा सकता कि पूर्व में बने रहे नाले का निमार्ण यदि पूर्ण करा दिया जाता है तो इस कालोनी के उपयुक्त दोनो समस्यायो के अतिरिक्त अन्यकालोनीयों के भी गन्दे पानी व वर्षा श्रृतू के पानी निकलने का समाधान हो सकता है। इस कालोनी में रहने वाले प्रत्येक नागरीको का जीवन नरकीय होने से बचाने के लिए स्थाई समाधान किया जाना न्याय उचित होगा अगर गंदे पानी व वर्षा ऋतु के पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नगर निगम द्वारा नहीं किया जाता है तो कालोनी के नागरीको द्वारा जन आन्दोलन करने को होंगे मजबूर।