
प्रयागराज 03 मार्च (वार्ता) महाकुम्भ 2025 के आयोजन से आने वाले दिनों में प्रयागराज शहर की अर्थव्यस्था में भारी बढ़ोत्तरी लाने का अनुमान है।
45 दिनों तक चले महाकुम्भ के आयोजन से प्रयागराज शहर में सबसे ज्यादा लाभ होटल, रेस्टोरेंट इंडस्ट्री, टूर एंड ट्रैवेल तथा खुदरा व्यापारियों को हुआ, लेकिन महाकुम्भ के बाद शहरवासियों की बढ़ी आय रियल स्टेट, आटोमोबाईल, इलेक्ट्रानिक्स और लक्जरी आइटम के व्यापार को बढ़ावा देगी। अनुमान व्यक्त किया जा रहा है कि महाकुम्भ के आयोजन से बढ़ी आय फ्लो प्रयागराज की इकॉनमी में लगभग 200 से 300 फीसदी का बूस्ट ला सकता है। साथ ही योगी के विजन के मुताबिक प्रयागराज का आध्यात्मिक टूरिज्म महाकुम्भ के बाद सामान्य दिनों में भी बढ़ने की उम्मीद है।
महाकुम्भ का आयोजन आस्था और आध्यात्मिक उत्थान के साथ प्रयागराजवासियों के लिए आर्थिक तौर पर भी वरदान साबित हो रहा है। 45 दिनों तक शहर में चले इस भव्य आयोजन में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज आये, जिससे तात्कालिक रूप से शहर के होटल, रेस्टोरेंट, टूर एंड ट्रैवेल इंडस्ट्री समेत अनाज, सब्जी, गद्दे, बेड, फर्नीचर, टेंट के व्यवसायियों को 30 से 40 गुना मुनाफा हुआ। इसके साथ ही संगम क्षेत्र में नाव चालकों, आटो रिक्शा चालकों, टेला-खोमचा लगाने वाले और जनरल मर्चेंट के दुकानदारों की भी अच्छी आमदनी हुई है। प्रयागराज व्यापार मंडल के जनरल सेक्रेट्री शिव शंकर सिंह का कहना है कि शरहवासियों की आय में हुई ये वृद्धि आने वाले दिनों में शहर की इकॉनमी को 200 से 300 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी प्रदान कर सकती है।
श्री सिंह ने बताया कि शहरवासियों की महाकुम्भ से बढ़ी हुई आय का फ्लो जब स्थानीय बाजार में होगा तो वो इकॉनमी को बूस्ट करेगा। इसके चलते आने वाले दिनों में प्रयागराज में रियल स्टेट बाजार, आटोमोबाईल, इलेक्ट्रानिक्स और लक्जरी गुड्स के बाजार में वृद्धि देखने को मिलेगी। महाकुम्भ के दौरान प्रयागराज में बने 12 कॉरिडोर, संगम क्षेत्र में पक्के घाट के साथ आस-पास के तीर्थ और पर्यटन स्थलों से शहर की कनेक्टिविटी में बढ़ोत्तरी आगामी दिनों में भी टूरिज्म को बढ़ावा देगी। जिसका सीधा लाभ प्रयागराज और प्रदेश की अर्थव्यस्था में दिखाई देगा।