गोरखपुर। जिले के मुख्य विकास अधिकारी शाश्वत त्रिपुरारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक बृहस्पतिवार को विकास भवन सभागार में आयोजित हुई। जिला विकास अधिकारी राज मणि वर्मा भी स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न कार्यों व कार्यक्रमों की समीक्षा का हिस्सा बने। सीएमओ ने सबसे पहले समिति के सामने आदर्श सीआई वीएचएसएनडी व आदर्श सीआई यूएचएसएनडी के दिशा में किये जा रहे प्रयासों, वनटांगिया गांव में स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना, एयरपोर्ट पर हेल्थ पोस्ट शुरू किये जाने, कैंसर नियंत्रण के समन्वित प्रयासों और ई आरोग्य पाठशाला जैसी नई पहल के बारे में भी प्रस्तुति दी गई। इन प्रयासों की समिति में सराहना हुई।
बैठक के दौरान समिति को प्रस्तुति के माध्यम से बताया गया कि जिले में खराब प्रदर्शन करने वाली आशा कार्यकर्ताओं को चिन्हित किया जा रहा है। ऐसी आशाओं को नोटिस भी दिया जा रहा है जो स्वास्थ्य कार्यक्रमों और सरकारी अस्पताल में संस्थागत प्रसव के प्रति लापरवाह हैं। निर्धारित प्रक्रिया से उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। बैठक के दौरान गोरखपुर जिले में किये जा रहे महत्वपूर्ण नये प्रयासों पर चर्चा के साथ साथ आवश्यकतानुसार संबंधित चिकित्सा इकाइयों की मरम्मत और वहां मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने को भी कहा गया।
मुख्य विकास अधिकारी शाश्वत त्रिपुरारी ने बैठक में उपस्थित लोगों से अपेक्षा जताई कि शासन की प्राथमिकताओं के अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन किया जाएगा। हर जरूरतमंद और पात्र लाभार्थी को आयुष्मान भारत योजना का लाभ अवश्य दिलाया जाए। चिकित्सकों और स्टॉफ की शत प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित हो। जिला विकास अधिकारी राज मणि वर्मा ने अपने संबोधन में समिति की बैठकों में लिये जा रहे फैसलों के शत प्रतिशत अनुपालन पर जोर दिया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने बताया कि अधिकाधिक पात्र लाभार्थियों तक आयुष्मान कार्ड का लाभ पहुंचाने की स्थिति की समीक्षा हुई। जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का शत प्रतिशत भुगतान मंत्रा पोर्टल से करने और सौ सैय्या टीबी सह संयुक्त चिकित्सालय के आवास हैंडओवर की प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने को कहा गया है। जिले भर में स्वास्थ्य विभाग के जर्जर हो चुके भवनों के ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया भी पूरी करने के लिए कहा गया।
कई प्रमुख प्रस्तावों पर चर्चा
सीएमओ डॉ झा ने बताया कि कुछ स्वास्थ्य इकाइयों पर तैनात अतिरिक्त मानव संसाधन को दूसरे स्थानों पर तैनात करने और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के आवश्यकतानुसार अन्यत्र स्थानों पर बनाए जाने संबंधित प्रमुख प्रस्तावों पर भी बैठक के दौरान चर्चा हुई। इस अवसर पर जिले के सभी प्रमुख चिकित्सा इकाइयों के पदाधिकारी, सभी कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े विभिन्न कंसल्टेंट भी मौजूद रहे।