धार्मिक
16108 मूर्तियां स्थापित कर लोग करेंगे शक्ति की आराधना
गोरखपुर , कल से नवरात्रि व दशहरे का पर्व शुरू हो रहा है। प्रशासन और पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से इसको सम्पन्न कराने के लिए अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। कोरोना में जंहा पिछले दो सालों से आस्था पर ब्रेक लग गया था और मूर्तिया कम स्थापित हुई थी वही इस बार पूरे धूमधाम और जोश खरोस से नवरात्रि और दशहरा लोग मनाएंगे।इस बार गोरखपुर जोन के 11 जिलों में कुल 16108 दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। गोरखपुर रेंज के चार जिलों में 6863 दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित होंगी। बस्ती रेंज में 4272 दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित होंगी। इसी प्रकार गोंडा रेंज में 4973 दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जायेंगी।जोन के गोरखपुर में 2941 प्रतिमाएं, देवरिया में 1590 प्रतिमाएं, कुशीनगर में 1258 प्रतिमाए, महराजगंज में 1074 प्रतिमाये, बस्ती में 2052 प्रतिमाएं, संतकबीरनगर में 957 प्रतिमाएं, सिद्धार्थनगर में 1263 प्रतिमाएं, गोंडा में 1931 प्रतिमाएं, बहराइच 12713 प्रतिमाएं, बलरामपुर में 1380 प्रतिमाएं तथा श्रावस्ती में 389 प्रतिमाएं स्थापित की जायेंगी।वैसे तो जोन के 11 जिलों में 4 अक्टूबर दशहरे के दिन से ही प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू होगा यह 11 अक्टूबर तक चलेगा। ज्यादातर मूर्तिया 5 और 6 अक्टूबर को विसर्जित की जाएंगी। इन दोनों तिथियों को 12941 मूर्तियों का विसर्जन होगा।वही जोन की 206 मूर्तियों का विसर्जन नही होगा यह वह मूर्तिया है जो मंदिर में स्थायी रूप से स्थापित होंगी। गोरखपुर में मूर्तियों का विसर्जन 15 स्थानों पर होगा। पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीको से नवरात्रि में हुए विभिन्न विवादों को खंगाला है। पुलिस ने इन स्थानों को जंहा पिछले 5 साल में ये 35 विवाद हुए थे उन्हें संवेदनशील माना है। यहाँ पुलिस की विशेष नजर रहेगी।
एडीजी जोन अखिल कुमार ने दिए गए निर्देश में कहा कि पुलिस इस बार हर पांडाल और रामलीला स्थल पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने की अपील कर, नई प्रतिमाएं स्थापित न हो यह सुनिशित हो, त्योहार रजिस्टर का आकलन कर लिया जाय, पिछले 5 साल में हुए विवाद का आकलन कर संवेदसनशील स्थानो पर विशेष चौकसी रखी जाए, छोटे छोटे सूचनाओं को गम्भीरता से लेकर कार्यवई की जाय, डीजे आदि पर अश्लील गाने या धर्म विशेष के खिलाफ कुछ न चले यह ध्यान दिया जाय, आग से बचाव के लिए तमाम उपाय हर पांडाल और रामलीला स्थल पर आयोजक से कराया जाय, साथ ही डीजे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कराया जाय, विसर्जन और नवरात्रि व दशहरे के मेले के दिन विशेष चौकसी बरती जाए, सादे ड्रेस में भीड़भाड़ में पुलिस मौजूद रहे ताकि महिलाओं के साथ अभद्रता न होने पाए। सीसीटीवी व ड्रोन से भी नवरात्रि, दशहरे जा मेला और विसर्जन जुलूस मार्ग पर निगरानी की जाय। एडीजी ने कहा है कि पुलिस दंगा नियंत्रण का अभ्यास भी करे और ड्यूटी के दौरान हर उपकरण के साथ मुस्तेदी से ड्यूटी करे।