बंगलादेश को अकाल का सामना न करना पड़े , इसके लिए तैयार रहे लोग : हसीना
ढाका 12 अक्टूबर (वार्ता) बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देशवासियों से हर वह कोशिश करने का आह्वान किया है, जिससे बंगलादेश को रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय में जारी संघर्ष और कोरोना महामारी के कारण अकाल तथा खाद्य पदार्थों की समा का सामना न करना पड़े।
सुश्री हसीना ने कहा, “हमारे पास जमीन और श्रमशक्ति है। इसलिए हमलोगों को अभी से तैयारी शुरू करनी है, जिससे बंगलादेश को कभी कला और खाद्य पदार्थों की कमी जैसी स्थिति का सामना न करना पड़े।
उन्होंने यह बातें आभासी तरीके से एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने 1425 को बंगबंधु जातीय कृषि पुरस्कार और 1426 को बंगला वर्ष पुरस्कार सौंपा। वहीं, 10 श्रेणियों कृषि क्षेत्र में सर्वोच्च सरकारी मान्यता में 44 व्यक्तियों और संगठनों को प्रदान किया।
कृषि मंत्रालय की ओर से यह पुरस्कार बुधवार को यहां उस्मानी स्मारक सभागार में आयोजित किया गया।
प्रधानमंत्री ने विभिन्न देशों के सरकार और राज्य के प्रमुखों के साथ अपनी बातचीत का उल्लेख किया, जो उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में और लंदन में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार के दौरान की थी।
उन्होंने कहा कि विश्व नेताओं के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने आशंका जताई कि युद्ध के कारण 2023 में दुनिया में अकाल या भोजन की कमी हो सकती है। उन्होंने कहा, “ मैंने वैश्विक समुदाय से युद्ध को रोकने के लिए कदम उठाने और मानव जाति विशेष रूप से बच्चों के लिए भोजन, उपचार और शिक्षा की व्यवस्था करने का आह्वान किया।” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देशवासियों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रही है। उन्हें उम्मीद है कि वे ऐसा करने में सफल होंगीं, क्योंकि उन्होंने कोविड-19 की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपट लिया है।
कार्यक्रम को कृषि मंत्री डॉ मुहम्मद अब्दुर रज्जाक, मत्स्य पालन एवं पशुधन मंत्री एस.एम. रेजौल करीम और कृषि मंत्रालय की संसदीय कार्य स्थायी समिति की अध्यक्ष एवं पूर्व कृषि मंत्री बेगम मटिया चौधरी ने भी संबोधित किया।