गोरखपुर 02 मार्च (वार्ता) महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूटऑफ मेडिकल साइंसेज द्वारा निशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय में किया गया जिसमें में 228 मरीजों की जांच की गई।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. सुरिंदर सिंह ने कहा कि समाज में गरीब और जरूरतमंद वर्ग के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का महत्व अत्यधिक है। उन्होंने कहा कि इस शिविर का प्रमुख उद्देश्य लोगों के बीच नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और मोतियाबिंद जैसी गंभीर आंखों की बीमारी का समय रहते इलाज करना है।
उन्होंने कहा कि पूर्ण विश्वास है इस शिविर में आए नेत्र रोगियों को उत्कृष्ट चिकित्सकीय सेवा से नई रौशनी मिलेगी। कुलपति ने कहा कि मोतियाबिंद से आंखों की लेंस धुंधली हो जाती है और व्यक्ति की दृष्टि धुंधली या पूरी तरह से खराब हो सकती है। यह बीमारी विशेषकर बुजुर्गों में अधिक देखी जाती है लेकिन समय पर इलाज से इससे बचा जा सकता है।
शिविर में आए मरीजों के नेत्र परीक्षण के बाद मोतियाबिंद के मरीजों को ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई जबकि अन्य को मुफ्त दवाएं और जरूरत के अनुसार चश्मे दिए गए। शिविर के दौरान मरीजों को यह समझाया गया कि आंखों की देखभाल में नियमित रूप से जांच कराना और उचित आहार लेना कितना महत्वपूर्ण है। डॉक्टरों ने यह भी बताया कि उम्र बढ़ने के साथ आंखों की समस्याओं का बढ़ना स्वाभाविक है लेकिन नियमित जांच और इलाज से इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है।