मुख्यमंत्री के निर्देश पर फूड विभाग की टीम ने होटल, रेस्टोरेंट ढाबे पर की छापेमारी की कार्रवाई
गोरखपुर, (दिनेश चंद्र मिश्र)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी होटल ढाबा रेस्टोरेंट संचालकों के लिए आदेश जारी किया है कि वह अपने प्रतिष्ठान के आगे प्रोपराइटर ,मैनेजर का नाम प्लेट अवश्य लगे और खाद्य पदार्थ की शुद्धता का ध्यान दें जिसका अनुपालन करते हुए सहायक आयुक्त (खाद्य)-II डॉ सुधीर कुमार सिंह के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीम ने जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी की कार्रवाई की गई। डा सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देश के क्रम में समस्त होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा संचालकों को निर्देशित किया है कि होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा के संचालक / प्रोपराइटर/मैनेजर आदि का नाम व पता अनिवार्य रूप से रिसेप्सन काउंटर पर डिस्पले कराये एवं खाद्य लाइसेंस या पंजीकरण की प्रति तथा फूड सेफ्टी डिस्पले को भी प्रदर्शित करें। होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा आदि खानपान के प्रतिष्ठानों के ग्राहकों के बैठने के स्थान पर सीसीटीवी कैमरा की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए तथा सीसीटीवी कैमरे को प्रतिष्ठानों के अन्य हिस्से तथा किचन में भी लगाये जायें। सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग को भी अग्रिम आदेश तक सुरक्षित रखा जाये एवं जिसे आवश्यकता होने पर पुलिस या स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराया जा सके। खान पान के स्थानों तथा सर्विस के समय सभी फूड हैन्डलर, सेफ (बावर्ची) एवं अन्य संलग्न कर्मचारी मास्क तथा ग्लब्स अनिवार्य रूप से पहने होना चाहिए।
उन्होंने निर्देशित किया है कि निर्धारित बिन्दुओं का 07 दिन के अन्दर सभी होटल, रेस्टोरेन्ट, ढाबा प्रतिष्ठान अक्षरश: पालन करना सुनिश्चित करें एवं उसके बाद निरीक्षणोपरान्त यदि किसी प्रतिष्ठान होटल, ढाबा में दिये गये निर्देश का पालन नही होता है तो उसके विरूद्ध खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की सुसंगत धाराओं में कठोरतम कार्यवाही की जायेगी, जिसके लिये वे स्वयं जिम्मेदार होगें।
उक्त के क्रम में आज अभियान चलाया गया,सहायक आयुक्त खाद्य और मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हितेंद्र मोहन त्रिपाठी ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने कई होटल रेस्टोरेंट की जांच की ,जिसमे शारदा डाइनिंग ,होटल हजरतगंज एवम अन्य प्रतिष्ठानों की जांच की वेज नॉन वेज हेतु अलग कटलरी फ्रीज ,के लिए निर्देशित किया ,एवम कुल 8 नमूने विभिन्न जगहों से भर कर प्रयोगशाला हेतु जांच के लिए भेजा गया है।