मां का प्यार,जहां होता है।
भगवान ही वहां होता है।
मां के प्यार मे,
जन्नत सारा छिपा होता है।
मां आदि और अनंत होती है,
बच्चें मे ही उसकी सृष्टि होती है।
मां प्रथम गुरू,पथप्रदर्शक होती है,
सलाहकार, दोस्त, हमदर्द होती है।
मां प्रेम, पवित्र, निर्मल व निश्चल होता है।
मां जगत जननी होती है।
बच्चो की भक्ति होती है।
प्यार उसका अनंत होता है।
बच्चे मां का जीवन होते है।
वे मां की छाया होते है।
मां का आशीर्वाद ,
बच्चो के सिर पर हमेशा होता है।
बबली राय
छत्तीसगढ, दुर्ग