श्रीलंका में 60 लाख से ज्यादा लोग खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं

कोलंबो 12 सितंबर (वार्ता/स्पूतनिक) श्रीलंका में साठ लाख बीस हजार से ज्यादा लोग गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे है और जब तक सामजिक सहायता और आजीविका सहायता तंत्र द्वारा समस्या का समाधान नहीं किया जाता है स्थिति के और खराब होने की आशंका है।
संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) और विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एफएओ और डब्ल्यूएफपी ने अपने संयुक्त रिपोर्ट में कहा कि श्रीलंका की 28 प्रतिशत आबादी तीव्र खाद्य असुरक्षित और 66,000 लोगों को गंभीर रुप से खाद्य असुरक्षित होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि देश में खाद्य सुरक्षा आयातित वस्तुओं की कमी , बढ़ी हुई कीमतों और आजीविका में व्यवधान और फसल उत्पादन में कमी के कारण हो सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि श्रीलंका में अक्टूबर 2022 से फरवरी 2023 तक कमजोर मौसम के दौरान स्थिति और खराब हो सकती है। इस संबंध में देश की सरकार और मानवीय और विकास साझेदार को मध्यम और गंभीर रुप से खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे लोगों का खाद्य सहायता और आजीविका कार्यक्रम के माध्यम से समन्वित सहयोग और समर्थन करना चाहिए।
श्रीलंका 1948 में ब्रिटिश सरकार से आजाद होने के बाद सबसे बुरे आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।