आयुर्वेद दवा ‘नोक19’ के प्रयोग को कोविड के हल्के से मध्यम स्तर के संक्रमण के लिए आयुष मंत्रालय ने मंजूरी दी
नयी दिल्ली, ‘नोक 19’ की निर्माता कंपनी श्रीवेदा सत्व प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अरविंद वर्चस्वी ने बुधवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि आयुष मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण निर्णय के तहत श्रीवेदा सत्व लिमिटेड की ‘नोक19’ को कोविड के हल्के से मध्यम स्तर के संक्रमण के लिए ‘एड-ऑन थेरेपी’ के रूप में अनुमति दी है। इस दवा को यह अनुमति जोधपुर, ऋषिकेश और पुड्डुचेरी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान तथा दो अन्य निजी अस्पतालों में परीक्षण के बाद मंजूरी दी गयी है। ये परीक्षण 550 कोविड राेगियों पर किये गये।
उन्होंने बताया कि ‘नोक 19’ का निर्माण कंपनी के हैदराबाद और बेंगलूर संयंत्रों में किया जा रहा है और अफ्रीका के घाना, तंजानिया, नाईजीरिया तथा अन्य देशों ने इसकी मांग की है। निकट भविष्य में कंपनी इसे यूरोपीय देशों, अरब देशों और अमेरिकी देशों को भी देने की योजना है।
उन्होंने बताया कि परीक्षणों के परिणामों के अनुसार ‘नोक 19’ के प्रयोग से संबंधित रोगियों की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ और उनके अस्पताल में रहने की अवधि घट गयी। सभी परीक्षणों में ‘नोक 19’ को कोई कुप्रभाव सामने नहीं आया है। उन्होंने बताया कि इस दवा के प्रयोग वायरल उन्मूलन में शत प्रतिशत सफलता मिली है।
कंपनी के मुख्य विज्ञान अधिकारी डॉ. एम. रवि कुमार रेड्डी ने कहा कि ‘नोक 19’ को सभी उपलब्ध सामग्री से संबंधित तथ्यों की गहन समीक्षा के बाद तैयार किया गया है। सुरक्षा और प्रभावकारिता की पुष्टि के लिए कई प्रीक्लिनिकल विश्लेषण किए गए हैं। फॉर्मूलेशन गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभावकारिता सुनिश्चित करने के लिए फार्माकोपियल मानकों को हर स्तर पर पूरा किया गया है। प्राथमिक परिणामों और परीक्षणों के सेकेंडरी परिणामों से पूरी तरह सटीक रहे हैं।
‘नोक 19’ 13 शक्तिशाली जड़ी बूटियों और उनके अर्क का एक शक्तिशाली मिश्रण है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती देता है। इसे सर्दी और खांसी, श्वसन संबंधी विकार, सूजन और बुखार जैसी तकलीफों में मदद करने के लिए भी उपयोगी और प्रभावी पाया गया है।