अयोध्या, 26 फरवरी (वार्ता) मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में महाशिवरात्रि के पर्व पर महाकुंभ प्रयाग से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शिवजी का जलाभिषेक कर रामलला और हनुमत लला के दर्शन किये।
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर पूरी अयोध्यानगरी शिवमय हो गई। यहां के शिवालय हर हर महादेव के जयकारों से गूंज उठे। अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ इस कदर उमड़ पड़ा, यह जनसमुद्र उमड़े भी क्यों ना। इसमें महाकुंभ प्रयागराज से लौटे श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा थी। महाशिवरात्रि पर्व पर महाकुंभ और आस-पड़ोस जिलों के कई लाख श्रद्धालुगण यहां पहुंचे थे। जिससे पूरी अयोध्यानगरी श्रद्धालुओं से पट गई। जहां महाशिवरात्रि पर आस-पड़ोस जिलों समेत महाकुंभ से पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू सलिला में स्नान-दान कर अपना जीवन धन्य बनाया। सरयू घाटों पर महाशिवरात्रि के साथ ही स्नान प्रारंभ हो गया था। जो देरशाम तक चलता रहा। उसके बाद श्रद्धालुओं का जनज्वार जलाभिषेक के लिए नागेश्वरनाथ एवं क्षीरेश्वरनाथ मंदिर की ओर उमड़ पड़ा था। वहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भोलेबाबा का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक किया। उसके बाद उन्हें दुर्वा, पुष्प, अच्छत, बेलपत्र, भांग, धतूरा, मिष्ठान-फल आदि चढ़ाया। भोलेनाथ के जलाभिषेक बाद श्रद्धालुओं की भीड़ श्रीरामजन्मभूमि और सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी मंदिर की ओर चल पड़ा था। जहां देखते ही देखते लता चौक से लेकर श्रीरामजन्मभूमि के मुख्य द्वार लाखों श्रद्धालुओं भीड़ जमा हो गई। इसको देखकर पुलिस प्रशासन ने काफी इंतजाम किये थे। श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। वह लता चौक, छोटी देवकाली मंदिर समेत अन्य जगहों से श्रद्धालुओं को छोटी-छोटी टुकडिय़ों में राम जन्मभूमि व हनुमानगढ़ी दर्शन के लिए छोड़ रही थी।
हनुमानगढ़ी मंदिर पर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रही। वहां श्रद्धालुगणों ने कतारबद्ध होकर बजरंगबली का दर्शन पूजन किया। वहीं श्रीरामजन्मभूमि मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। यह सिलसिला चलता रहा। महाशिवरात्रि पर कई लाख श्रद्धालुओं ने नागेश्वरनाथ, राम जन्मभूमि में दर्शन पूजन किया। इसके अलावा श्रद्धालुओं ने कनक भवन, क्षीरेश्वरनाथ, मणिरामदास छावनी, हनुमानबाग, जानकी महल, लक्ष्मणकिला, सुग्रीव किला, बड़ी छावनी, मणिपर्वत समेत अन्य प्रमुख मंदिरों में भी दर्शन किया। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए छोटे-बड़े वाहनों का प्रवेश रामनगरी में रोक दिया गया था। शहर के बाहर पार्किंग बनाकर उन्हें रोका गया। अयोध्या धाम के मुख्य मार्गों पर दोपहिया वाहन रोके गए थे। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहे। जिले के आला अधिकारी ग्राउंड जीरो पर उतरकर सुरक्षा व्यवस्था समेत अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। सरयू स्नान घाट समेत रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, रामघाट हाल्ट, हनुमान गुफा, बालू घाट बाईपास, लता चौक, हनुमानगढ़ी आदि भीड़ भाड़ वाले जगहों और चौराहे पर पुलिस के जवान तैनात रहे। रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था में पैरा मिलिट्री फोर्स को भी लगाया गया था। जो अपनी ड्यूटी पूरी मुस्तैदी के साथ कर रहे थे। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। महाशिवरात्रि का पर्व सकुशल सम्पन्न हुआ।
आई.जी. प्रवीण कुमार ने बताया कि अयोध्या में महाशिवरात्रि के पर्व पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात हैं। उन्होंने बताया एक टीम बना करके पूरे अयोध्या क्षेत्र में पुलिस भ्रमण कर रही है। प्रयागराज से महाकुंभ के स्नान के बाद लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं। जय श्रीराम का जयकारा लगाते हुए रामलला का दर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिये भारी मात्रा में फोर्स तैनात किया है। सरयू घाट से लेकर राम मंदिर तक सुरक्षा के व्यापक इंतजाम हैं। उन्होंने बताया अयोध्या पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किसी बात की दिक्कत न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। पूरे अयोध्या क्षेत्र में मजिस्टे्रट व पुलिस की तैनाती है। नागेश्वरनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ है। किसी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मेले के दौरान खोया-पाया कैम्प लगाया गया है। बिछड़े हुए लोगों को मिलाया जा रहा है। जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरा लगे हुए हैं। मेला क्षेत्र में एक ही स्थान पर बैठकर प्रशासन पूरा मेला क्षेत्र को आसानी से देख रहा है। अगर कहीं भी कोई ऐसी हरकत मिलेगी तो तुरन्त कार्यवाही की जायेगी।
वहीं आज महाशिवरात्रि के अवसर पर अयोध्या और फैजाबाद दोनों जुड़वा शहर में जगह-जगह पर भण्डारे का आयोजन किया गया है। श्रद्धालु रुक करके भण्डारे में जो प्रसाद बना है उसको खाकर आगे बढ़ रहे हैं। अयोध्या में मौसम बड़ा सुहावना है। न तो गर्मी है और न ही जाड़ा है। श्रद्धालु लोग सरयू तट नया घाट पर स्नान करने के बाद रामलला और हनुमत लला का दर्शन करने के बाद अपने गंतव्य की तरफ जा रहे हैं।