भारत का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण में विलय सौदा
नयी दिल्ली,कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि इस लेन-देन में सेबी के नियमों के अनुसार दोनों संस्थाओं में एक खुली पेशकश के साथ अंबुजा और एसीसी में होल्सिम की हिस्सेदारी का अधिग्रहण शामिल है। अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी के लिए होल्सिम की हिस्सेदारी और खुली पेशकश का मूल्य 6.50 अरब डॉलर है, जो इसे अदाणी द्वारा अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण बनाता है और यह इंफ्रास्ट्रक्चर तथा मैटेरियल्स स्पेस में भारत का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण में विलय सौदा है।
इसके बाद अदाणी की अंबुजा सीमेंट्स में 63.15 प्रतिशत और एसीसी में 56.69 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी (जिसमें से 50.05प्रतिशत अंबुजा सीमेंट्स के माध्यम से है)। इन दोनों कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण आज की तारीख में 19 अरब डॉलर है और इसके साथ ही अदाणी अब 67.5 एमटीपीए उत्पादन क्षमता के साथ भारत की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता बन गई है।
अदाणी समूह के अध्यक्ष श्री अदाणी ने कहा,“ जो चीज सीमेंट को एक रोमांचक व्यवसाय बनाती है, वह भारत में विकास के लिए एक हेडरूम है, जो 2050 से आगे हर दूसरे देश से कहीं अधिक है। सीमेंट एनर्जी कॉस्ट, लॉजिस्टिक्स और डिस्ट्रीब्यूशन कॉस्ट पर निर्भर इकोनॉमिक्स का खेल है, और प्रोडक्शन के ट्रांसफॉर्मेशन के साथ-साथ महत्वपूर्ण सप्लाई चेन क्षमता हासिल करने के लिए, एक डिजिटल प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने की क्षमता रखता है। इनमें से प्रत्येक क्षमता हमारे लिए एक मुख्य व्यवसाय की तरह है और इसलिए यह हमारे सीमेंट व्यवसाय को बेजोड़ आसन्नताओं का एक सेट प्रदान करता है। यह वे आसन्नताएं हैं जो अंततः प्रतिस्पर्धी इकोनॉमिक्स को संचालित करती हैं। इसके अलावा, दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक के रूप में, हमारी स्थिति हमें एक सर्कुलर इकोनॉमी के सिद्धांतों के अनुरूप प्रीमियम क्वालिटी वाले ग्रीन सीमेंट के निर्माण में मदद करेगी। ये सभी आयाम हमें 2030 तक सीमेंट का सबसे बड़ा और सबसे कुशल निर्माता बनने के लिए सही ट्रैक पर रखते हैं।”
दोनों कंपनियां की भारत में 14 इंटीग्रेटेड यूनिट, 16 ग्राइंडिंग यूनिट, 79 रेडी- मिक्स कंक्रीट प्लांट और पूरे भारत में 78,000 से अधिक चैनल पार्टनर हैं। अंबुजा सीमेंट्स के बोर्ड ने वारंट के अधिमान्य आवंटन के माध्यम से अंबुजा में 20,000 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी है। यह अंबुजा को मार्केट ग्रोथ हासिल करने के लिए तैयार करेगा। अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी दोनों को इंटीग्रेटेड अदाणी इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म के साथ तालमेल से फायदा होगा, खासकर कच्चे माल, रिन्यूएबल एनर्जी और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्रों में, जहां अदाणी पोर्टफोलियो कंपनियों के पास व्यापक अनुभव और गहरी विशेषज्ञता है। ईएसजी, सर्कुलर इकोनॉमी और कैपिटल मैनेजमेंट फिलॉसफी पर अदाणी के फोकस से अंबुजा और एसीसी को भी फायदा होगा।