आओ चलें गुरुकुलों की ओर
धनपतगंज,(अनुश्रुत पांडेय)आर्य समाज गोरखपुर (बक्शीपुर)के तत्त्वावधान मे गोरखपुर, महराजगंज, खलीलाबाद (संत कबीर नगर ) जनपदों की विभिन्न आर्य समाजों के ५६ सदस्यों की एक सामूहिक ” आर्य चेतना यात्रा ” दिनांक ०२ अक्टूबर २०२२ को गोरखपुर से सुल्तानपुर जनपद के महर्षि दयानन्द नगर, धनपतगंज स्थित, वेद वेदांग विद्यापीठ गुरुकुल आश्रम के लिए प्रातः ४ बजे चलकर ०९ बजे गुरुकुल आश्रम मे पंहुच गयी.
यात्रा के क्रम मे सभी आर्य बंधु, माताओं, बहनो ने सामूहिक रूप से यात्रा के प्रारम्भ मे प्रातः पौने चार aबजे चाय एवं सूक्ष्म स्वल्पाहार,०८ बजे पुनः बृहद जलपान एवं चाय, का आनंद लिया मार्ग मे प्रातः कालीन मन्त्रों का पाठ हुआ उसके पश्चात् १० वर्षीय, डॉ. विनय जी की पौत्री अविका आर्या ने सस्वर ब्रह्म यज्ञ सन्ध्योपासना का पाठ किया, जिसपर प्रसन्न हो कर आर्य समाज परतावल महराजगंज के डॉ.एस. के. सिंह जी ने उसे २००₹ का पारितोशिक प्रदान किया. आर्य समाज पुरानी बस्ती के सदस्यों ने तथा परतावल मेहदावल आदि के सदस्यों ने ईश्वर भक्ति और राष्ट्र भक्ति के भजन व गीत प्रस्तुत किया.
०९ बजे गुरुकुल पंहुचने पर आश्रम वासियों द्वारा गुरुकुल के सुरम्य वातावरण मे फूल मलाओं द्वारा सभी यात्रिओं का भव्य स्वागत किया गया.सुसज्जित भव्य यज्ञ शाला मे आचार्य डॉo शिवदत्त पाण्डेय जी ने सपतनीक यज्ञ के ब्रह्मा का दायित्व निर्वहन करते हुए विधिवत सवा नौ से सवा दस बजे तक देव यज्ञ सम्पन्न करवाया. मुख्य यजमान डॉ. जय प्रकाश नारायण, तथा सहयजमान श्री शिव शंकर गुप्त,श्री अमरनाथ शर्मा , तथा श्री शैलेन्द्र गुप्त सपतनीक रहे.अन्य सभी यात्रिओं ने ५,५, विशिष्ट वेद मन्त्रों से आहुतियाँ अर्पित किया.
पुनश्च९.३०से१०.३०तक मानव जीवन तथा समाज एवं राष्ट्र जीवन मे यज्ञ का महत्त्व विषय पर आचार्य श्री का अत्यंत सारगर्भित प्रवचन हुआ. तत्पश्चात् आपस मे एक दूसरे का परिचय, गुरुकुल भ्रमण, निरीक्षण के पश्चात सहभोज हुआ आधे घंटे के विश्राम के बाद सुल्तानपुर नगर से पधारे चिंतक एवं विचारक मान्यवर सर्वदेव जी महोदय का उदबोधन हुआ और ०४ बजे यात्रा ने वापसी प्रस्थान यात्रा प्रारम्भ की.
पुनः वापसी यात्रा मे सभी सह यात्रियों ने सामूहिक रूप से क्रमशः फलाहार तथा सायंकलीन चाय व जलपान का आनंद लिया तथा रात्रि ०९ बजे यात्रा गोरखपुर विसर्जित हुई.