गुरुकुल आश्रम के स्थापना दिवस एवं शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित हुआ कवि सम्मेलन
धनपतगंज,(अनुश्रुत पांडेय)वेद वेदांग विद्यापीठ गुरुकुल आश्रम में 5 सितम्बर को गुरुकुल के स्थापना दिवस एवं शिक्षक दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ । कवि सम्मेलन में 15 कवियों ने शिरकत की । देर रात तक चले कविसम्मेलन में कवियों ने अपनी कविताओं से समां बांध दिया। कविसम्मेलन का शुभारंभ श्री विश्वनाथ फिल्म्स के निर्देशक एवं डायरेक्टर धर्मेंद्र वर्मा में दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की शुरुवात हास्य व्यंग्य कवि इंदु सुल्तानपुरी ने अपनी कविता ‘ रग रग में नई रवानी माई दे, सबको तू चेतना सयानी माई दे ‘ सुनाकर की । अयोध्या से पधारे अशोक टाटम्बरी ने ‘ जाति धर्म के ऊपर राष्ट्र धर्म लाना है , पहले है वतन अपना बाद में जमाना है ‘ सुनाया तो तालियों से प्रांगण गूंज उठा।
कवयित्री सिद्धि मिश्रा ने ‘ तुम हिन्द देश की नारी हो , हे देवी! तुम मत घबराना सुनाकर सबको भावविभोर कर दिया। इस तरह अन्य पुष्कर सुल्तानपुरी, कर्मराज शर्मा तुकांत, अनीश देहाती , विकास चौरसिया, कुलदीप पाण्डेय मयंक , पीयूष प्रखर आदि सभी कवियों ने अपनी कविताओं से वातावरण मुग्ध कर दिया। आचार्य शिवदत्त जी ने सभी कवियों एवं अतिथियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया ।