गोरखपुर(दिनेश चंद मिश्रा)। गोरखपुर शहर के एक निजी होटल में दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में स्थित देश की जानी मानी संस्था जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस द्वारा गोरखपुर एवं आसपास के शिक्षाविदों के सम्मान में शिक्षाविद् सम्मान समारोह कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया और इस दौरान गोरखपुर एवं आसपास के विभिन्न हिस्सों से आए एक सौ से अधिक शिक्षाविदों को शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
आज का यह समारोह शिक्षा के प्रति समर्पित शिक्षाविदों को प्रोत्साहित करने और उनके प्रयासों को पहचान देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में गोरखपुर के मेयर मंगलेश कुमार श्रीवास्तव , उपसभापति उत्तर प्रदेश कॉपरेटिव फेडरेशन एवं राष्ट्रीय सह संपर्क प्रमुख संस्कार भारती रामाशंकर जायसवाल, ज्वाइंट कमिश्नर जीएसटी उदित नारायण सिंह, भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद जी के पौत्र एवं वर्तमान में गोरखपुर एम्स समिति के सदस्य डॉ अशोक प्रसाद एवं ड्रीम स्टेप एजुकेशन के चेयरमैन अजय त्रिपाठी एवं जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के मैनेजर आउटरीच अभिनय राज उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम समस्त अतिथियों एवं संस्था के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती वंदना के साथ हुई।
अपने संबोधन में गोरखपुर के मेयर मंगलेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि “शिक्षाविद समाज की नींव होते हैं। उनका योगदान देश के भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस प्रकार के आयोजनों से शिक्षाविदों को सम्मान मिलता है और नई पीढ़ी को बेहतर शिक्षा देने की प्रेरणा मिलती है।” उन्होंने बताया कि आज गोरखपुर शहर में इतनी बड़ी संख्या में शिक्षाविदों का सम्मान प्रदान करते हुए अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।
उपसभापति उत्तर प्रदेश कॉपरेटिव फेडरेशन एवं राष्ट्रीय सह संपर्क प्रमुख संस्कार भारती रामाशंकर जायसवाल ने अपने संबोधन के दौरान शिक्षाविदों के समर्पण की सराहना करते हुए कहा, “शिक्षाविदों के प्रयासों के बिना समाज का विकास अधूरा है। उनका सम्मान करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।”
ज्वाइंट कमिश्नर जीएसटी उदित नारायण सिंह ने अपने संबोधन में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार की आवश्यकता पर बल दिया और शिक्षकों के योगदान को समाज में बदलाव का महत्वपूर्ण कारक बताया।
भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद जी के पौत्र एवं वर्तमान में गोरखपुर एम्स समिति के सदस्य डॉ अशोक प्रसाद जी ने अपने संबोधन के दौरान गोरखपुर एवं आसपास से आए हुए समस्त शिक्षाविदों का आभार व्यक्त करते हुए समस्त शिक्षाविदों के किसी भी प्रकार के सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहने की बात की।
इस दौरान समस्त अतिथियों ने जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, ग्रेटर नोएडा के समस्त सदस्यों का गोरखपुर शहर में इतनी बड़ी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद प्रेषित किया।
आज के इस कार्यक्रम में उपस्थित समस्त शिक्षाविदों को संस्था की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। उपस्थित शिक्षकों ने इस सम्मान समारोह की सराहना की और शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।जिसमें प्रोफेसर सज्जन कुमार गुप्ता, डॉ सुरज प्रकाश गुप्ता, विद्याधर गुप्ता
जीआईएमएस संस्थान के सीईओ स्वदेश सिंह ने कहा कि “शिक्षकों का सम्मान समाज की समृद्धि का प्रतीक है। हम भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से शिक्षाविदों को प्रोत्साहित करते रहेंगे।”
संस्थान के ग्रुप हेड आउटरीच पंकज कुमार ने अपने आख्यान में आधुनिक परिवेश में शिक्षाविदों के बढ़ती हुई जिम्मेदारियों को रेखांकित किया एवं जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की।
संस्था के मैनेजर आउटरीच अभिनय राज ने अपने संबोधन में बताया कि आज का समारोह न केवल शिक्षाविदों के लिए बल्कि समाज के सभी वर्गों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना।
संस्थान के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजनों कि पुनरावृत्ति का वादा किया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय गणमान्य व्यक्ति, शिक्षाविद्, समाजसेवी के अलावा जीएनआईओटी संस्था की ओर से रजनीश कुमार समेत बहुत बड़ी संख्या में शिक्षाविद मौजूद रहे।