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हिंडनबर्ग की रिपोर्ट, भारत में आर्थिक अराजकता का षड्यंत्र – भाजपा

नयी दिल्ली, 12 अगस्त (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट को झूठी और भारत के विरुद्ध दुष्प्रचार करार देते हुए आज कहा कि कांग्रेस ने हिंडनबर्ग के साथ देश में आर्थिक अराजकता फैलाने के लिए षड्यंत्र रचा है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद रविशंकर प्रसाद ने पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट, उसके आने के समय और तथ्यों पर सवाल उठाते हुए जमकर हमला किया।

श्री प्रसाद ने कहा कि हिंडनबर्ग के मुख्य निवेशक जॉर्ज सोरॉस हैं, जो भारत के विरुद्ध नियमित दुष्प्रचार चलाते हैं। टूलकिट वालों को तो हिंदुस्तान के विकास से कोई मतलब नहीं है, लेकिन देश पर 55 वर्षों तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन, एक सुनियोजित षड्यन्त्र के तहत हिंडनबर्ग के साथ मिल कर काम कर रहे हैं। देश के शेयर बाजार को अस्थिर करने की कोशिश के साथ आर्थिक अराजकता फ़ैलाने की साजिश हो रही है।

श्री प्रसाद ने कहा कि तीसरी बार सत्ता से बेदखल होने के बाद कांग्रेस पार्टी, विपक्षी गठबंधन के नेता और इनको प्रोत्साहित करने वाले टूलकिट के लोग देश में आर्थिक अराजकता और आर्थिक अस्थिरता लाने का प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आई है। यह रिपोर्ट शनिवार को आती है और रविवार को इसपर हल्ला मचाया जाता है, ताकि सोमवार को देश के पूंजी बाजार को अस्थिर कर दिया जाए। भारत की अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। दुनिया के बड़े-बड़े वैश्विक संस्थानों ने भारत की वृद्धि दर की सराहना की है और देश में सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आया है। भारत में कई संस्थागत और छोटे निवेशक हैं, जो मार्केट के रिटर्न से बहुत खुश हैं। सेबी की कानूनी जिम्मेदारी है कि शेयर बाजार ठीक से चले। सेबी अधिनियम में सुनवाई का प्रावधान है और निर्णय के खिलाफ अपील का भी प्रावधान है। देश के कैपिटल मार्केट प्रबंधन के लिए एक सशक्त वैधानिक संरचना है।

श्री प्रसाद ने कहा कि पिछले साल हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई और जनवरी में उच्चतम न्यायालय का आदेश आया था, जिसके बाद 2024 में 22 जांच पूरी की गई। कांग्रेस जेपीसी की मांग करती है जबकि राहुल गांधी के पास वकीलों की फौज है, तो उन्होंने इन जांचों में सहयोग क्यों नहीं किया ? उच्चतम न्यायालय के आदेश पर हुई जांच के बाद, जुलाई में सेबी ने हिंडनबर्ग को नोटिस जारी किया कि वह कानून के विरोध में लगाए गए आरोपों पर जवाब दे। हिंडनबर्ग ने अपनी वेबसाइट पर भी नोटिस के कारण का जिक्र किया है। हिंडनबर्ग ने अपने बचाव के पक्ष में अब तक कोई जवाब नहीं दिया, बल्कि उल्टा निराधार आरोप लगा दिया। इसका जवाब एक ग्रुप, सेबी, सेबी की अध्यक्ष और उनके परिवार ने दे दिया है।

भाजपा सांसद श्री प्रसाद ने कहा कि हिंडनबर्ग के मुख्य निवेशक जॉर्ज सोरॉस हैं, जो भारत के विरुद्ध नियमित दुष्प्रचार चलाते हैं। जॉर्ज सोरॉस ने आह्वान किया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से बेदखल कर देना चाहिए। मोदी से नफरत करते-करते कांग्रेस आज हिंदुस्तान से नफरत करने लगी है। अगर देश के शेयर बाजार में गड़बड़ी होगी, तो करोड़ों छोटे निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ेगा। क्या कांग्रेस पार्टी जवाहर लाल नेहरू के समय की तरह देश को कंट्रोल शासन में डालना चाहती है? कांग्रेस की नरसिम्हा राव की सरकार में लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए थे, इसलिए एफ़डीआई और एफआईआई को शुरू करना पड़ा था। क्या कांग्रेस देश को उसी समय में ले जाना चाहती है?

श्री प्रसाद ने कहा कि टूलकिट वालों को हिंदुस्तान के विकास से कोई मतलब नहीं है, लेकिन देश पर 55 वर्षों तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है। कांग्रेस की पॉलिटिक्स में टूलकिट के साथ-साथ चिट पॉलिटिक्स भी है। परीक्षाओं में चिट लेने वालों पर सख्त कार्रवाई हो रही है, मगर कांग्रेस के नेताओं को मिलने वाली चिट का क्या किया जाए? कांग्रेस को कभी राफेल की चिट मिलती है, तो कभी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की और अब जेपीसी जांच की चिट मिल गई है। उन्होंने कहा कि ये लोग भारत के स्टॉक मार्केट को क्रैश करवाना चाहते हैं। ये लोग छोटे निवेशकों की पूंजी को समाप्त कर, देश में एफ़डीआई और एफआईआई को रोकना चाहते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, जिन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को खोलने का काम किया था, कब तक इस पर चुप्पी साधे बैठे रहेंगे।

उन्होंने कहा कि आज भी भारत का शेयर बाजार बहुत स्थिर है। पिछली बार रिपोर्ट आने पर मार्केट दो दिन में रिकवर हो गया था और उच्चतम न्यायालय की जांच के बाद और बढ़ गया था। भारत के स्टॉक निवेशक हिंडनबर्ग और कांग्रेस की मिलीभगत को समझ गए हैं। इसलिए आज भी शेयर बाजार में कोई गड़बड़ी नहीं हुई। भाजपा देश के सभी छोटे निवेशको को सलाम करती है, क्योंकि उन्होंने देश के खिलाफ हुए इस सुनियोजित षड्यन्त्र पर विश्वास नहीं किया। इन सभी घटनाओं में कई संदेहास्पद स्थितियाँ है। जनवरी में उच्चतम न्यायालय का आदेश आया, 22 जांच पूरी की गई, जिसके बाद सेबी ने जुलाई में हिंडनबर्ग को नोटिस दिया। हिंडनबर्ग ने जवाब देने के बजाय झूठी रिपोर्ट जारी कर दी।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी देश को आर्थिक रूप से कमजोर करने के षड्यन्त्र में शामिल है। कांग्रेस शासित प्रदेशों में विदेशी पूंजी निवेश नहीं हुआ क्या ? कांग्रेस के नेता जिस ग्रुप को लेकर माला जपते हैं उसके अनेकों पूंजी निवेश कांग्रेस सरकार वाले राज्यों में भी हैं। भाजपा कांग्रेस के इस षड्यन्त्र को देश के सामने बेनकाब करेगी कि किस प्रकार से कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन सुनियोजित षड्यन्त्र के तहत हिंडनबर्ग के साथ मिल कर काम कर रही है। उच्चतम न्यायालय के समक्ष सुनवाई में कांग्रेस पार्टी या टूलकिट के नेता एक बार भी प्रस्तुत नहीं हुए और न ही श्री राहुल गांधी ने कभी भी अपना फोन जांच के लिए दिया। कांग्रेस के नेता केवल आरोप लगाकर भाग जाते हैं, जब जांच की बारी आती है, तो खुद भाग खड़े होते हैं।

श्री प्रसाद ने कहा कि हम देश को आश्वस्त करना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की अगुवाई में भारत तीसरी अर्थव्यवस्था जरूर बनेगी। मनमोहन सिंह की सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करके छोड़ा था, लेकिन मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान से 5वें स्थान तक लेकर आई है। मनमोहन सिंह के 10 वर्षों के शासन में 2जी घोटाला, कोयला घोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाला, अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला जैसे अनेकों घपले-घोटाले हुए, जिसमें कई विदेशी पूंजी निवेशक शामिल थे, लेकिन तब ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं आती थी। भारत को कमजोर करने की टूलकिट गैंग की मंशा को भाजपा कभी भी सफल नहीं होने देगी।

Chauri Chaura Times

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