ग्रेटर नोएडा को निशुल्क गंगाजल आपूर्ति का तोहफा
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ग्रेटर नोएडा को गंगाजल परियोजना समेत 1670 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न योजनाओं की सौगात दी।
ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-4 में मुख्यमंत्री योगी ने इन परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। ज्ञात हो कि 85 क्यूसेक जल आपूर्ति की क्षमता वाली गंगाजल परियोजना की शुरुआत होने के बाद घरों में साफ पेय जल की आपूर्ति संभव होगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गौतमबुद्धनगर देश ही नहीं, विदेश में भी निवेश का सबसे अच्छा गंतव्य बन रहा है।
योगी ने कहा कि पिछले साढ़े 5 वर्षों में यहां नई-नई चीजें आई हैं। मेट्रो यहां प्रारंभ हुई, एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर में बन रहा है, फिल्म सिटी यहां बनने जा रही है, मेडिकल डिवाइस पार्क बनने जा रहा है और भी कई योजनाएं जल्द यहां आने जा रही हैं। ये क्षेत्र लाखों नौजवानों के लिए रोजगार, लाखों परिवारों को स्वावलंबन की ओर अग्रसर करने की ओर बढ़ रहा है। निवेश के नए क्षेत्र यहां बन रहे हैं।
उन्होंने कहा, “पहले हम केवल आईटी और आईटीएमएस में निवेश देखते थे, लेकिन अब मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब और मल्टी मॉडल लॉजिस्टक हब के रूप में भी ये क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है। इन्हीं में से कुछ योजनाओं का लोकार्पण हुआ है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक लोग गंगा स्नान करने जाते थे, लेकिन अब गंगा मइया खुद लोगों के घर तक स्वच्छ जल देने आ गई हैं। इस इलाके को 85 क्यूसेक गंगा जल उपलब्ध होने जा रहा है। यहां पर 176 किमी. पाइपलाइन का नेटवर्क बिछाया गया है, 05 एकड़ में 19 रिजर्वायर का निर्माण हुआ। इस पर 376 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय हुई है। लगभग 04 लाख लोग इसके माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कर पाएंगे। यहां पर 28 आवासीय सेक्टर में यह सुविधा उपलब्ध होगी। मार्च 2023 तक 38 आवासीय सेक्टर तक विशुद्ध गंगाजल की आपूर्ति करने वाले हैं।
उन्होंने कहा, “विकास में जो लोग बैरियर बनते थे, उन्होंने यहां भी कोताही नहीं छोड़ी थी। हमने पहले ही बोला था कि किसान को जो समस्या होगी हम बातचीत से निदान करेंगे। किसानों के साथ, युवाओं के साथ, यहां काम करने वाले मजदूरों के साथ हम संवाद करेंगे और जो माफिया प्रवृति के तत्व हैं, उनके साथ कठोरता से बर्ताव करेंगे।” योगी ने कहा कि वर्षों से लंबित योजनाओं को लागू करने में इतने वर्ष इसलिए लगे कि कुछ लोग इसमें रोड़ा अटकाते थे। उन सभी बाधाओं को हटाते हुए 85 क्यूसेक शुद्ध गंगा जल उपलब्ध होने लगा है। इस कार्य को निश्चित समय सीमा में पूरा करेंगे।
योगी ने अपने संबोधन में कहा कि साढ़े 05 वर्ष पहले ये पूरा क्षेत्र मुख्यमंत्रियों के लिए अभिशप्त माना जाता था। ये क्षेत्र विकास की योजनाओं में गिद्ध दृष्टि लगाए हुए माफिया की चपेट में थे जो यहां किसानों का एक ओर शोषण करते थे तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के नौजवानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर नोएडा अथॉरिटी की धनराशि का दुरुपयोग करते थे। यहां की औद्योगिक इकाइयां यहां से पलायन कर रही थीं।
योगी ने कहा कि पिछले साढ़े पांच वर्षों में गौतमबुद्धनगर की तस्वीर बदली है। इसमें जनप्रतिनिधियों की सक्रिय सहभागिता, पुलिस और प्रशासन ने एक टीम के रूप में परिणाम देना प्रारंभ किया तो यहां उत्तर भारत के पहला डाटा सेंटर का भी लोकार्पण हुआ। ये डिजिटल इंडिया के मूर्तरूप और उसकी आने वाली चुनौतियों के लिए एक नई शुरुआत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ दिन पहले टेलीकॉम सेक्टर में 5जी का शुभारंभ किया। ये 5जी जिस स्पीड से इंटरनेट की सेवाएं प्रदान करेगा, ये जीवन की बदलती नई तस्वीर है, इसकी स्पीड के साथ सभी चल सकें, सभी की निजता सुरक्षित रह सके, यहां के डाटा को यहां के विकास के साथ जोड़ सकें, इस दृष्टि से उत्तर प्रदेश और खासतौर पर गौतमबुद्धनगर डाटा सेंटर के नए हब के रूप में विकसित हो रहा है।