
नयी दिल्ली,27 फरवरी (वार्ता) महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुए आयुष मंत्रालय ने आठ लाख से अधिक तीर्थयात्रियों को व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की।
केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने गुरुवार को यहां बताया कि आयुष सेवा से महाकुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की पवित्र यात्रा सुरक्षित और स्वस्थ हो गई।
मंत्रालय के अनुसार महाकुंभ में 20 आयुष ओपीडी और मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयों में 90 से अधिक डॉक्टर और 150 स्वास्थ्यकर्मी पूरे आयोजन के दौरान निरंतर चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए अथक प्रयास करते रहे।
प्रयागराज महाकुंभ में आयुष के नोडल अधिकारी डॉ. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि मंत्रालय ने आठ लाख से अधिक श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबंधी ज़रूरतों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। श्रद्धालुओं को मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के चिकित्सीय योग सत्रों से भी लाभ मिला।
महाकुंभ में स्वास्थ्य सेवा तक निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करने के लिए तीन आयुष हॉल स्थापित किए गए, जहां प्रतिदिन योग और स्वास्थ्य सत्रों के माध्यम से तीर्थयात्रियों को निवारक स्वास्थ्य सेवा, रोग प्रबंधन और समग्र जीवन शैली के बारे में जानकारी दी गई। जूना, आनंद, निरंजनी और वैष्णव अखाड़ों जैसे प्रमुख अखाड़ों में समर्पित स्वास्थ्य जांच के साथ साधुओं और संतों पर भी विशेष ध्यान दिया गया। इसके अतिरिक्त, मोबाइल आयुष स्वास्थ्य इकाइयों ने पूरे मेला क्षेत्र में दवाइयां वितरित कीं।
श्रद्धालुओं को आम बीमारियों से बचाने के लिए अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने 10,000 आयुष रक्षा किट वितरित की। इनमें आवश्यक आयुर्वेदिक दवाएँ और स्वास्थ्य उत्पाद शामिल थे। एक सप्ताह तक चलने वाला स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया, जिसमें 15,000 तीर्थयात्रियों को लाभ मिला।
राष्ट्रीय औषधीय पौध बोर्ड ने श्रद्धालुओं को 25,000 से अधिक औषधीय पौधे वितरित किए। जिनमें तुलसी, अश्वगंधा, शतावरी, नीम, आंवला और करी पत्ता शामिल हैं।