लखनऊ 17 अप्रैल (वार्ता) राणा सांगा के खिलाफ समाजवादी पार्टी (सपा) नेता रामजीलाल सुमन के विवादित बयान को लेकर गरमायी सियासत के बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने दलितों को आगाह किया है कि वह सपा के बहकावे में न आयें और दूसरों के इतिहास पर टीका-टिप्पणी करने की बजाय अपने समाज के संतो महापुरुषों के संघर्ष के बारे में बात करें।
सुश्री मायावती ने गुरुवार को सोशल मीडिया हैंडल एक्स के जरिये कहा “ अन्य पार्टियों की तरह आएदिन सपा द्वारा भी पार्टी के ख़ासकर दलित लोगों को आगे करके तनाव व हिंसा का माहौल पैदा करने वाले आ रहे इनके अति विवादित बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप व कार्यक्रम आदि का जो दौर चल रहा है यह इनकी घोर संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति ही प्रतीत होती है, क्योंकि सपा भी दलितों के वोटों के स्वार्थ की खातिर यहाँ किसी भी हद तक जा सकती है। अतः दलितों के साथ-साथ अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज आदि को भी इनके किसी भी उग्र बहकावे में नहीं आकर इन्हें इस पार्टी के भी राजनीतिक हथकण्डों का शिकार होने से ज़रूर बचना चाहिए।”
उन्होने कहा कि ऐसी पार्टियों से जुड़े अवसरवादी दलितों को दूसरों के इतिहास पर टीका-टिप्पणी करने की बजाय यदि वे अपने समाज के सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों की अच्छाईयों एवं उनके संघर्ष के बारे में बताएं तो यह उचित होगा, जिनके कारण ये लोग किसी लायक़ बने हैं।”