उत्तर प्रदेश में 08 हजार से अधिक अमृत सरोवर का निर्माण
लखनऊ, अमृत सरोवर योजना के बारे में सोमवार को राज्य की योगी सरकार द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक अमृत सरोवरों के निर्माण में देश के सभी राज्यों को पीछे छोड़ते हुए उत्तर प्रदेश में 08 हजार से अधिक अमृत सरोवर का निर्माण कर लिया गया है। इस मामले में मध्य प्रदेश दूसरे स्थान पर, जम्मू-कश्मीर तीसरे, राजस्थान चौथे और तमिलनाडु पांचवे स्थान पर है। ज्ञात हो कि इस योजना के तहत जिला स्तर पर नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर हो चुके तालाबों का जीर्णोद्धार कर इन्हें पुनर्जीवित किया जा रहा है। इन्हें अमृत सरोवर का नाम दिया गया है।
सरकार की ओर से बताया गया कि उत्तर प्रदेश का लखीमपुर खीरी जिला 256 अमृत सरोवरों का निर्माण कर राज्य में पहले स्थान पर रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर दूसरे और प्रतापगढ़ तीसरे स्थान पर है।
ग्राम्य विकास विभाग के निदेशक जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि प्रदेश की विभिन्न ग्राम पंचायत में 15,497 जलाशयों को अमृत सरोवर के रूप में चिह्नित किया गया। इनमें से 8,462 से अधिक अमृत सरोवर विकसित कर पूरे प्रदेश ने देश में पहला स्थान हासिल किया है।
मध्य प्रदेश ने 5994 अमृत सरोवरों को चिह्नित कर 1668 का काम पूरा कर देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। मध्य प्रदेश में 3705 अमृत सरोवरों के विकास का काम अभी चल रहा है। वहीं, जम्मू कश्मीर 3699 अमृत सरोवर को चिह्नित कर 1458 का काम पूरा कर देश में तीसरे स्थान पर है। इसके अलावा राजस्थान ने 5097 अमृत सरोवर को चिह्नित कर 898 का काम पूरा कर देश में चौथे स्थान प्राप्त किया है। तमिलनाडु ने 3765 अमृत सरोवर का चिह्नित कर 818 का काम पूरा कर देश में पांचवां स्थान हासिल किया है।
गौरतलब है कि इस अभियान के अंगर्तत पूरे देश में 1.20 लाख अमृत सरोवर विकसित किये जाने हैं। उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी में 315 अमृत सरोवर को चिह्नित कर 256 का काम पूरा कर यह जिला प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है। वहीं गारेखुपर में 312 अमृत सरोवर चिह्नित किए गए थे। इसमें से 244 का काम पूरा कर जिले का प्रदेश में दूसरा स्थान रहा है। इसके साथ ही प्रतापगढ़ में चिह्नित हुए 282 सरोवरों में से 231 का काम पूरा कर लिया गया है।
प्रियदर्शी ने बताया कि इस योजना के पहले चरण में ‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना’ के तहत प्रदेश के 75 जिलों में 75 अमृत सरोवर को विकसित करने का लक्ष्य रखा गया था। जिसे समय से पहले पूरा कर लिया गया। अमृत सरोवर के विकास से ग्रामीणों को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर मिले और किसानों की आय भी बढ़ी। गांव में अमृत सरोवर के विकास से किसानों को सिंचाई की व्यवस्था आराम से मिल रही है। इसके अलावा ग्रामीण अमृत सरोवर में मछली पालन कर अपनी आय बढ़ा रहे हैं।
प्रियदर्शी ने बताया कि प्रथम चरण में अमृत सरोवर का विकास पूरा होने के बाद मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर दूसरे चरण में प्रदेश की सभी 58 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में कम से कम 2 अमृत सरोवर (कुल 1 लाख 20 हजार) विकसित करने का लक्ष्य रखा गया। इसके सापेक्ष आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 7500 अमृत सरोवरों को विकसित किया गया।