गोरखपुर। नवागत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने शुक्रवार को जिले के विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के कर्मियों के साथ बैठक कर टीबी उन्मलून की दिशा में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने शहरी क्षेत्र के सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें निर्देश दिया कि शासन की मंशा के अनुसार लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैय्या कराई जाएं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में समन्वित प्रयासों से टीबी जांच और उपचार की दर को बढ़ाना है। टीबी के लक्षणों के बारे में अधिकाधिक लोगों के बीच प्रचार प्रसार करने के साथ साथ नये मिलने वाले मरीजों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने की आवश्यकता है। समाज के अलग अलग वर्ग के लोगों को प्रेरित कर जरूरतमंद टीबी मरीजों को एडॉप्ट करवा कर उनकी मदद की जाए। साथ ही उच्च जोखिम समूह के लोगों की टीबी जांच अवश्य कराई जाए ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ी जा सके।
शहरी स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों की समीक्षा बैठक में सीएमओ ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के लिए आने वाले लोगों को बेहतर सेवाएं दी जाएं ताकि वह बुखार की स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ही पहुंचें। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को सुदृढ़ बनाएं और लोगों को प्रेरित करें कि पांच साल की उम्र तक बच्चों का सात बार नियमित टीकाकरण जरूरी है। सरकार की मंशा के अनुसार उपलब्ध जांच और दवाओं की सुविधा निःशुल्क दी जाए।
बैठकों में एसीएमओ डॉ एके चौधरी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव और डिप्टी डीटीओ डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव समेत कई वरिष्ठ अधिकारी और चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।