Friday, May 16, 2025

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अयोध्या:महंत प्रेमदास महाराज अक्षय तृतीया को करेंगे रामलला के दर्शन

अयोध्या 27 अप्रैल (वार्ता) मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास महाराज अक्षय तृतीया को श्रीरामजन्मभूमि पर दिव्य और भव्य मंदिर में विराजमान रामलला का दर्शन करेंगे जो हनुमानगढ़ी के इतिहास में यह पहला अवसर होगा।
प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास ने आज यहां हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में यूनीवार्ता से बातचीत करते हुए बताया कि तीस अप्रैल यानी अक्षय तृतीया को राम मंदिर में विराजमान रामलला का दर्शन करेंगे जो कि हनुमानगढ़ी के इतिहास में यह पहला अवसर होगा। हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन बावन बीघा के बाहर जा करके रामलला का दर्शन करने जा रहे हैं। इससे एक नई परम्परा की शुरुआत हो रही है, जो सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो जायेगा। उन्होंने स्वयं बताया कि रामलला का दर्शन करने की प्रेरणा बजरंग बली से मिली है। इसके लिये हनुमान जी महाराज ने उन्हें प्रेरित किया है। वह रामलला का दर्शन बजरंगबली के प्रतिनिधि के तौर पर करेंगे।
हनुमानगढ़ी मंदिर के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास महाराज अपने आश्रम पर बहुत ही भावुक होते हुए यूनीवार्ता से कहा कि यह पल मेरे लिये बहुत ही अविस्मरणीय है। इससे मैं बहुत ही अभिभूत हूं। खुद हनुमान जी ने मुझे प्रेरित किया है। हनुमानजी की प्रेरणा से तीस अप्रैल अक्षय तृतीया को मैं रामलला का दर्शन करने जा रहा हूं। इस दिन सबसे पहले सुबह सात बजे हनुमानगढ़ी से सरयू तट के कच्चाघाट तक शाही जुलूस निकलेगा जहां सर्वप्रथम वैदिक मंत्रोच्चार संग सरयू मैया का पूजन-अर्चन किया जायेगा। उसके बाद बजरंग बली के निशान को स्नान कराकर पूजन-अर्चन होगा। फिर मैं स्वयं सरयू स्नान करूंगा। तत्पश्चात सरयू तट से ऐतिहासिक शाही जुलूस निकाला जायेगा जिसमें सबसे आगे बजरंग बली का निशान होगा।
शाही जुलूस में गाजा-बाजा, हाथी-घोड़ा, ऊंट इत्यादि होगा, बीच में खिलाड़ी होंगे जो अपना करतब दिखायेंगे। इस शाही जुलूस में हनुमानगढ़ी के चारों पट्टी के महंत, सरपंच, नागातीत, व्यापारी, श्रद्धालु समेत हजारों लोग शामिल होंगे। शोभा यात्रा पर हेलीकाप्टर से सैकड़ों जगहों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जायेगा। शाही जुलूस रामनगरी के मुख्य मार्ग से होते हुए क्षीरेश्वरनाथ मंदिर के सामने गेट नं. तीन रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश करेगा। श्रीरामजन्मभूमि से श्रीरामलला को रामरक्षा स्रोत का पाठ सुनाते हुए उनके चरणों में छप्पन भोग समर्पित करूंगा। मेरे द्वारा रामलला के गर्भगृह की परिक्रमा का शुभारम्भ किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन से मैं बहुत दिनों से जुड़ा रहा हूं। इस आंदोलन में मैंने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है। रामलला अपने नव्य, दिव्य, भव्य मंदिर में विराजमान हो गये हैं। रामलला का दर्शन-पूजन कर मैं समस्त जनमानस व जीवमात्र के कल्याण की कामना करूंगा।

Universal Reporter

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