राजनाथ सहित तमाम नेताओं ने दी मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि
इटावा, 11 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर का मंगलवार को इटावा स्थित उनके पैतृक गांव सैंफई में अंतिम संस्ककार किये जाने से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
सैंफई मेला ग्राउंड के पंडाल में आज दोपहर मुलायम सिंह का पार्थिव शरीर लाये जाने के बाद उन्हें श्रृद्धासुमन अर्पित करने वालों का तांता लग गया। इस दौरान राजनाथ, बिरला और पवार के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक के अलावा बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, राज्यसभा सदस्य जया बच्चन, उनके अभिनेता पुत्र अभिषेक बच्चन और उद्योगपति अनिल अंबानी एवं सुब्रत राय सहारा के अलावा अन्य लोगों ने श्री यादव को श्रृद्धा सुमन अर्पित किये। सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने श्री यादव के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर अंतिम श्रृद्धांजलि अर्पित की।
नेताजी के उपनाम से लोकप्रिय सपा संस्थापक मुलायम सिंह को चाहने वाले हर आम और खास, मंगलवार को सुबह से ही सैंफई के मेला ग्रांउड स्थित पंडाल में एकत्र हो गये थे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक सुबह 10 बजे उनके पार्थिव शरीर को गांव के मेला पंडाल में अंतिम दर्शनों के लिये ले जाया गया।
गौरतलब है कि 83 वर्षीय श्री यादव का निधन सोमवार को सुबह लगभग सवा आठ बजे गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में हो गया था। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनके पार्थिव शरीर को कल ही पैतृक गांव सैंफई स्थित उनके आवास पर लाया गया। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य सरकार की ओर से नेताजी को श्रृद्धांजलि अर्पित की।
आज सुबह लगभग साढ़े दस बजे उनके पार्थिव शरीर को आवास से अंतिम यात्रा के लिये लाकर शव वाहन पर रखा गया। हजारों की संख्या में वाहन के साथ चल रहे उनके समर्थक अपने प्रिय नेताजी की याद में जयकार के नारे लगाते हुए शव यात्रा के साथ आगे बढ़ेे। पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिये मेला ग्राउंड के पंडाल में रखा गया। जहां विभिन्न दलों के नेताओं और केन्द्रीय मंत्रियों ने उनके अंतिम दर्शन किये।