)सांस्कृतिक बदलाव के लिए नई प्रतिभाओं को शामिल करना जरूरी : एयर इंडिया
नयी दिल्ली , टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने कहा कि कंपनी में सांस्कृतिक परिवर्तन के लिए नई प्रतिभाओं को शामिल करना आवश्यक है।
एयर इंडिया के प्रमुख मानव संसाधन अधिकारी सुरेश दत्त त्रिपाठी ने आज यहां कहा कि कर्मचारियों की एक पूरी पीढ़ी ने वर्षों से सीमित भर्ती के कारण एयर इंडिया के लिए काम करने का अवसर गंवा दिया।
उन्होंने कहा, हम इस व्यवस्थापन संबंधी अंतर को भरने का प्रयास कर रहे हैं हम एयर इंडिया को दुनिया की अग्रणी एयरलाइन बनाने के लिए काम कर रहे हैं। इसके संचालन के केंद्र में ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित है। हमारी यह पहल उचित प्रतिभा की भर्ती करने पर केंद्रित है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारी मानव संसाधन क्षमताएं विकास की गति और संगठन की उभरती जरूरतों के साथ तालमेल रखती हैं।
उन्होंने कहा, सांस्कृतिक बदलाव लाने के लिए नई पीढ़ी की प्रतिभाओं को शामिल करना भी आवश्यक है जो एयर इंडिया को पसंदीदा नियोक्ता बना देगा।
एयर इंडिया के बयान में कहा गया कि उसके प्रतिभा वृद्धि कार्यक्रम में एक अभूतपूर्व स्तर की रुचि दिखाई गयी है जो कंपनी के पांच साल के परिवर्तन योजना विहान.एआई का एक प्रमुख स्तंभ है। एयर इंडिया की विहान.एआई पांच वर्षों में स्पष्ट उद्देश्यों के साथ प्रमुख योजना है।
बयान के अनुसार एयर इंडिया ने 15 वर्षों से गैर-परिचालन विभागों में कोई नियुक्ति नहीं की है और अब वह तेजी से राजस्व प्रबंधन, बिक्री, वितरण, नेटवर्क योजना और विपणन जैसे वाणिज्यिक कार्यों से लेकर इसके व्यवसाय के सभी क्षेत्र मानव संसाधन, वित्त, आईटी और विश्लेषिकी सहित व्यापार सहायता सेवाओं में नियुक्ति कर रही है। इसके साथ ही संचालन, इनफ्लाइट उत्पाद डिजाइन इंजीनियरिंग एवं हवाई अड्डे की सेवाओं, रोस्टरिंग और संचालन नियंत्रण में नियुक्ति की जा रही है।
एयरलाइन ने कहा कि कंपनी के लिए नियुक्ति की इस पहल के प्रारंभिक चरण को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है।
उन्होंने कहा, पिछले दो महीनों में पायलटों के लिए 1,752 से अधिक और केबिन क्रू के लिए 72,000 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनका मूल्यांकन प्रक्रिया में हैं।
टाटा ने इस वर्ष जनवरी में सार्वजनिक क्षेत्र की एयर इंडिया की 18,000 करोड़ रुपये की सफल बोली लगाकर एयरलाइन का अधिग्रहण किया था।