कौङीराम (दुर्गेश मिश्र)। जब दृढ़ लक्ष्य हो तो कोई भी समस्या कुछ नहीं कर सकती हैं। इस लाइन को चरितार्थ किया। कौड़ीराम के बलुआ निवासी आचार्य आदित्य त्रिपाठी ने। काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी द्वारा आयोजित स्पन्दन -25 के भव्य आयोजन में अनेकानेक शास्त्रीय प्रतियोगिता होती है जिससे संस्कृत कविता पाठ का आयोजन हुआ ।इसमें अधिक से अधिक मात्रा में विश्वविद्यालीय संस्कृत प्रेमानुरागी छात्रो ने भाग लिया। जिसमें आचार्य आदित्य त्रिपाठी ने अपने उत्कृष्ट कविता पाठ से प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने गांव तथा क्षेत्र समाज का नाम रोशन किया।आचार्य आदित्य त्रिपाठी ने बताया कि वो शास्त्री में स्नातक तथा आचार्य भी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से ही किया है। मेरे आराध्य बाबा विश्वनाथ मां विंध्यवासिनी जी के कृपा से संस्कृत कविता पाठ में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है इसमें भगवत्कृपा ही मूल में हैं यह मेरे क्षेत्र के लोगों और मेरे सहृदयों का प्रेम है आशीर्वाद है आदित्य त्रिपाठी ने बताया वह शिक्षा के क्षेत्र में जाना चाहते हैं।