Sunday, July 20, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

संयुक्त स्नातक परेड में 254 फ्लाइट कैडेट भारतीय वायुसेना में शामिल

हैदराबाद, 14 जून (वार्ता) हैदराबाद के पास डुंडीगल स्थित वायु सेना अकादमी (एएफए) में शनिवार को संयुक्त स्नातक परेड (सीजीपी) आयोजित की गई, जिसमें भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के 254 फ्लाइट कैडेटों के प्रशिक्षण का सफल समापन संपन्न हो गया। इस परेड में फ्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल थे।

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने परेड का निरीक्षण किया और स्नातक कैडेटों को राष्ट्रपति का कमीशन प्रदान किया। प्रशिक्षण कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल तेजिंदर सिंह और एएफए के कमांडेंट एयर मार्शल पीके वोहरा ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर भारतीय नौसेना के नौ अधिकारियों, भारतीय तटरक्षक बल के सात अधिकारियों और एक विदेशी प्रशिक्षु को उड़ान प्रशिक्षण पूरा करने के बाद ‘विंग्स’ से सम्मानित किया गया। इस समारोह में वरिष्ठ रक्षा अधिकारी और कैडेटों के परिवार भी मौजूद थे।

समारोह में सूर्यकिरण टीम द्वारा हवाई कलाबाजी का प्रदर्शन, आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम द्वारा शो, तथा पिलाटस पीसी-7 एमके II, हॉक, किरण एमके-1 और चेतक विमानों द्वारा फ्लाई-पास्ट शामिल थे। फ्लाइंग ऑफिसर रोहन कृष्णमूर्ति को पायलट कोर्स में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने के लिए राष्ट्रपति पट्टिका और वायुसेना प्रमुख की सोर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया, जबकि फ्लाइंग ऑफिसर निष्ठा वैद को ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं का नेतृत्व करने के लिए राष्ट्रपति पट्टिका से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में वायुसेना प्रमुख ने कहा कि फ्लाइट कैडेट भारतीय वायुसेना के भाग्य के निर्माता हैं। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि इस परेड का निरीक्षण करना उनके लिए सम्मान की बात है। 40 साल पहले अपने कमीशनिंग को याद करते हुए, उन्होंने कहा कि भले ही बहुत कुछ बदल गया हो, लेकिन वर्दी पहनने की भावना और गर्व वही है। उन्होंने कैडेटों की शानदार उपस्थिति एवं सटीक ड्रिल गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि यह परेड न केवल सैन्य सटीकता का प्रदर्शन है, बल्कि भारतीय वायु सेना की भावना का सच्चा प्रतिबिंब है।

उन्होंने कैडेटों को सफलतापूर्वक अपना प्रशिक्षण पूरा करने और अधिकारी के रूप में कमीशन प्राप्त करने पर बधाई दी। भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों और वियतनाम के अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षुओं की विशेष प्रशंसा की जिन्होंने अपने प्रतिष्ठित विंग प्राप्त किए।

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि जैसे-जैसे युद्ध का स्वरूप बदलता जा रहा है और भारतीय वायुसेना तेजी से एक एरोस्पेस बल में रूपांतरित हो रही है, उन्होंने कहा कि त्वरित, सटीक और निर्णायक प्रतिक्रियाएँ देने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर होगी। उन्होंने याद दिलाया कि भारतीय वायुसेना हमेशा उत्तरदायी रही है, और यह उन सबकी संयुक्त जिम्मेदारी है कि वे हर भारतीय की उम्मीदों पर खरा उतरें।

Universal Reporter

Popular Articles